मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बिहार के बाढ़ प्रभावित विभिन्न जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वेक्षण करते हुए मुख्यमंत्री वाल्मीकिनगर पहुंचे थे और यहां उन्होंने जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी के साथ गंडक बराज नियंत्रण कक्ष का जायजा लिया। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंडक बराज के फाटक संख्या 5 पर जाकर जलस्तर का मुआयना किया। इसके बाद वे अतिथि भवन गए और फिर वहां से नए अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशनल सेंटर में जाकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
Bihar Flood : नीतीश कुमार ने किया हवाई सर्वेक्षण… बाढ़ प्रभावित कई इलाकों का लिया जायजा
बिहार में बाढ़ की स्थिति नेपाल के बारिश पर निर्भर करती है. यदि नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में ऐसे ही भारी बारिश होती रही तो गंडक के जलस्तर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और यह पानी विभिन्न निचले इलाकों में बाढ़ के तौर पर कोहराम मचाएगी। नतीजतन मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हर तरह से तैयार रहने और सतत निगरानी बरतने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने गंडक बराज कंट्रोल रूम का भी जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों और कर्मियों से कई सारे मुद्दों पर जानकारी ली।
बता दें कि गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से उछाल आने के कारण प्रशासन ने अलर्ट जारी किया गया था और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई थी। वाल्मीकि नगर में गंडक नदी का जलस्तर 4,40,000 क्यूसेक पार कर चुका था, जिससे कई इलाकों में पानी भराव होने लगा था। इन इलाकों में फैलने लगा गंडक का पानी वाल्मीकि नगर के झंडूआ टोला, बिन टोली, और कानी टोला के घरों में पानी घुस गया जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।
आपको बता दे की गंडक नदी का जलस्तर अब कम होने लगा है। गंडक बाराज से 440000 क्यूसेक से घटकर 12:00 दोपहर तक 267200 क्यूसेक हो चुका है। लगातार घट रहा है गंडक अब खतरे के निशान से नीचे है। लगातार गंडक नदी का जलस्तर घटने से लोगों ने ली राहत के सास ली। लिहाजा इसी का ग्राउंड रिपोर्ट लेने के लिए सीएम वाल्मीकिनगर पहुंचे थे।