बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार, 27 अक्टूबर को पूर्व सांसद आनंद मोहन के घर जाएंगे। सहरसा जिले के दौरे पर जा रहे नीतीश कुमार आनंद मोहन के पैतृक गांव पंचगछिया जाएंगे। वहां सीएम नीतीश भगवती प्रांगण में स्वतंत्रता सेनानी स्व. रामबहादुर सिंह और उनके बड़े बेटे स्वतंत्रता सेनानी स्व. पद्मानंद सिंह ब्रह्मचारी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद नीतीश कुमार जनसभा को संबोधित भी करेंगे। वैसे तो नीतीश कुमार पंचगछिया पहले भी जा चुके हैं, लेकिन इस बार उनका वहां जाना अलग तरह से चर्चा बना हुआ है। दरअसल, मनोज झा द्वारा राज्यसभा में ठाकुर का कुआं कविता पाठ करने के बाद आनंद मोहन परिवार ने उनका विरोध किया था। इसके बाद वे राजद नेताओं की हिट लिस्ट में आ गए थे। अब सीएम नीतीश के वहां जाने से ऐसी अटकलें लग रही हैं कि आनंद मोहन जदयू में शामिल हो सकते हैं।
एमएलसी सुनील सिंह ने साधा था निशाना
सीएम नीतीश कुमार के आनंद मोहन के घर जाने को लेकर राजद के एमएलसी सुनील सिंह ने निशाना साधा था। तब सुनील सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा था कि “महागठबंधन के उत्कृष्ट अव्वल एवं वर्ष 2023 में संसद रत्न से पुरस्कृत राज्यसभा के माननीय सांसद का गोइठा के राख से जीभ खींचने वाले भाई साहब के पैतृक गांव में उनके मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से जो अपने साहब जी हैं न वो जाने वाले हैं!ये रिश्ता क्या कहलाता है? बूझो तो जानें! कभी नीम- नीम कभी शहद- शहद, कभी नरम- नरम कभी सख्त- सख्त।”
नीतीश कुमार के आनंद मोहन के पैतृक गांव में जाने को सुनील सिंह ने परोक्ष रूप से मुद्दा बना दिया है। चूंकि हाल ही में आनंद मोहन परिवार ने राजद सांसद मनोज झा के खिलाफ खूब बयानबाजी की थी। जबकि राजद नेतृत्व एक सुर से मनोज झा के समर्थन में खड़ा रहा। ऐसे वक्त में नीतीश कुमार और आनंद मोहन की नजदीकियां बढ़ने पर एमएलसी सुनील सिंह ने सवाल खड़े किए हैं।