बिहार में महागठबंधन की सरकार बने लगभग एक साल का समय पूरा होने वाला है। लेकिन अब तक कोई नीतीश मंत्रिमंडल में विस्तार नहीं हुआ है। कुछ-कुछ दिनों के अंतराल पर मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा तेज हो जाती है फिर सबकुछ शांत पड़ जाता है। कांग्रेस काफी समय से मंत्रिमडल विस्तार की आसा लगाए बैठी है। कांग्रेस की मांग भी है कि उन्हें दो और मंत्री पद मिलना चाहिए। हालांकि उनकी मांगों को काफी समय तक नजरंदाज किया गया।
स्थिति ऐसी हो गई कि राहुल गांधी को खुद इस मामले में दखल देना पड़ा। पटना दौरे के दौरान उन्होंने खुल कर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा। एक बार फिर से मंत्रिमंडल की सुगबुगाहट देखने को मिल रही है। लेकिन वो जब होगा तब लेकिन फिलहाल तो कांग्रेस की एक महिला विधायक खुद को मंत्री पद के लिए योग्य उम्मीदवार साबित करने में लगी हुई है।
सुशील मोदी की नीतीश को नसीहत, कहा के.के.पाठक को बना लें अपना सलाहकार
‘महिला मंत्री होनी चाहिए’
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने दावा भी किया है कि जल्द ही कैबिनेट का विस्तार होगा और कांग्रेस के दो और लोगों को मंत्री बनाया जाएगा। वही मंत्री पद को लेकर कांग्रेस के कई विधायकों के मन में लड्डू फुट रहे हैं। हिसुआ से कांग्रेस विधायक नीतू सिंह सिंह भी मंत्री पद के लिए दावेदारी ठोक रही हैं। कुछ दिनों पहले भी उन्होंने कहा था कि महिला होने के नाते उन्हें मंत्री बनाया जाना चाहिए।
आज एक बार फिर से उन्होंने अपनी बात को दोहराया है। विधायक नीतू सिंह ने कहा कि मैं आधी आबादी का प्रतिनिधितत्व करती हूँ इसलिए हमें मंत्री पद जरुर मिलना चाहिए। बिहार में कांग्रेस के 19 एमएलए हैं, जिनमें सिर्फ दो महिलाएं हैं। कांग्रेस कोटे से अभी सिर्फ दो मंत्री है और दोनों ही पुरुष हैं, इसलिए महिला होने के नाते मंत्री बनाया जाना चाहिए।
‘अनुभव और योग्यता भी है’
दरअसल कुछ दिनों पहले जब नीतू सिंह ने अपनी मांग को पहली बार रखा था तब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने उसपर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। अखिलेश सिंह ने कहा था कि पार्टी में योग्यता और अनुभव के आधार पर मंत्री पद मिलता है। जिसके जवाब में आज नीतू सिंह ने अपनी योग्यता और अनुभव का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि राजनीति में मेरा 23 साल पुराना अनुभव है। पंचायत स्तर से काम करते हुए मैं विधायक के पद तक पहुंची हूँ। मुझमें योग्यता की कोई कमी नहीं है।