बीपीएससी (BPSC) अभ्यर्थियों पर बर्बर लाठीचार्च के खिलाफ पीटी पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर वामदल और कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को राजभवन मार्च (Rajbhawan March) शुरु किया, लेकिन सतमूर्ति (विधानसभा के पास) गोलचक्कर से आगे बढ़ते ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया। राजभवन से लगभग 500 मीटर पहले बैरिकेडिंग कर महागठबंधन के विधायकों को रोक दिया गया है। तब भी प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। तभी पटना पुलिस ने चुनाव आयोग के पास मार्च को रोक दिया।
इसके बाद महागठबंधन के विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया। देखते ही देखते विधायकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। उधर महागठबंधन के विधायक आगे नहीं जाने देने के बाद वहीं सड़क पर बैठ गए हैं और नारेबाजी करने लगे। हालांकि थोड़ी देर बाद ही विधायकों के एक प्रतिनिधि मंडल को प्रशासन की टीम राजभवन लेकर गई, जहां विधायक अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।
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दरअसल बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। मंगलवार की दोपहर अभ्यर्थियों के समर्थन में महागठबंधन के नेता फिर सड़क पर उतरे। पटना में राजभवन मार्च के लिए भाकपा (माले) और कांग्रेस के कार्यकर्ता विधानसभा के पास जुटे। अभ्यर्थी लगातार री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं।
इस बीच छात्रों के समर्थन में वाम दल और कांग्रेस के विधायक भी पटना के सड़कों पर उतरे हैं और उन्हें न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि बिहार सरकार छात्रों को न्याय नहीं दे पा रही है। वे छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश करेंगे तो विपक्ष इसका विरोध करेगा। पुलिस ने अभी हमें रोका है। बिहार सरकार दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से ये रवैया अपना रही है।