लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार को कांग्रेस ने दिल्ली से टिकट दिया है। जबकि कन्हैया 2019 का चुनाव लेफ्ट के टिकट पर बेगूसराय से लड़े थे। कन्हैया बेगूसराय से ही हैं लेकिन इस बार उन्हें बिहार से टिकट नहीं मिला। इस पर जदयू ने तंज कसते हुए कहा है कि यह सबकुछ लालू यादव के पुत्रमोह के कारण हो रहा है। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस बिहार में लालू यादव की मर्जी के बिना न मुस्करा सकती है और न ही कराह सकती है।
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नीरज कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने लालू यादव के सामने हथियार डाले हुए हैं। बिहार में कांग्रेस लालू यादव की मर्जी पर ही निर्भर है। यही कारण है कि पप्पू यादव कांग्रेस में जाने के बाद भी टिकट नहीं ले पाए। लालू यादव के लिए पुत्रमोह सर्वोपरि है और पुत्र के मुकाबले वो किसी को खड़ा नहीं होने देना चाहते। पप्पू यादव का टिकट इसी पुत्रमोह में कटा है।
वहीं कन्हैया कुमार को दिल्ली से टिकट देने पर नीरज कुमार ने कहा कि 2019 में कन्हैया ने बेगूसराय से चुनाव लड़ा तो लालू यादव ने राजद का प्रत्याशी उनके खिलाफ उतार दिया। इस बार तो लालू यादव ने कन्हैया को बिहार से लड़ने पर ही रोक दिया। कांग्रेस पार्टी लालू के सामने नतमस्तक है, इसीलिए बिहार के कन्हैया दिल्ली से चुनाव लड़ रहे हैं।