सासाराम संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। यौन शोषण का आरोप लगाने वाले नाबालिग के पिता ने आरोप लगाया है कि डरा धमकाकर सुलहनामा करवाया गया। मुझे इतना डराया जा रहा है कि मैं घर से बाहर नहीं निकल पाता। दहशत में हूं मेरी जान को भी खतरा है। वही मनोज राम इन सारे आरोपों को बेबुनियाद और राजनीतिक साजिश बता रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के बीच बिहार कांग्रेस को बड़ा झटका, सत्यम दुबे समेत कई नेता BJP में शामिल
पीड़ित परिवार ने लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता के पिता ने बताया मैं कोर्ट और थाने में मनोज राम और उनके बेटे पर केस किया कि मेरी बेटी के साथ इन लोगों द्वारा गलत किया जा रहा है। जिसका एविडेंस सिडी ,फोटो है। जिस दिन से मनोज राम के बेटे उज्जवल की गिरफ्तारी हुई उस दिन से मुझे डराया और धमकी मिलने लगा है। मुझे भभुआ से चंदौली जबरदस्ती ले जाया गया, सुलहनामा पर साइन जबरदस्ती कराया गया। धमकी दिया जाता था कि तुमको घर से उठा लेंगे। मैं अपने वकील से भी नहीं मिल पा रहा। 9 मई को कोर्ट में तारीख पर गया इधर मेरे मम्मी पापा को धमकी दे रहा था। मुझे मिल रही धमकियों को लेकर पहले पुलिस को सूचना दिया था थाने पर आरोपियों को बुलाया भी गया और वे स्वीकार भी किये, लेकिन कुदरा पुलिस ने कार्रवाई नहीं किया, इसलिए अब पुलिस में शिकायत नहीं किया। मेरी बेटी के साथ जो गलत हुआ है उसका न्याय मिले, मेरी जान को खतरा है। पूरे घटनाक्रम का सबूत है, उस आधार पर जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए। मेरी बेटी नाबालिक है मैंने प्राथमिकी भी इस सबूत के आधार पर दर्ज कराया था। मेरी बेटी मनोज राम के स्कूल में पढ़ती थी 2 साल पहले ठीक थी लेकिन एक साल से मेरी बेटी को पूरी तरह से गुमराह कर गलत फायदा उठाया।
झारखंड के कई IAS अधिकारी पर अब ED की नजर, मंत्री आलमगीर आलम से जुड़ा है मामला
मनोज राम ने आरोपों को बताया गलत
यौन शोषण के आरोपों पर कांग्रेस सांसद प्रत्याशी मनोज राम ने कहा कि मामला न्यायालय में चल रहा है। इसपर जनता जवाब देगी । प्रत्यक्ष के आगे प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है। चुनाव में राजनीतिक रंजिश लेने के लिए बीजेपी कुछ भी कर सकती है। सारे मामले कानून में चल रहे हैं कानून स्पष्ट कर देगा कि कौन दोषी है और कौन नहीं है।
बता दें कि सासाराम से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम और उनके बेटे पर नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न का आरोप है हालांकि कुछ दिन पहले ही पीड़ित परिवार ने इन आरोपों को गलत बताते हुए सुलह किया था लेकिन एक बार फिर पीड़ित परिवार अपने बयान से पलट गई है और कांग्रेस प्रत्यासी पर जबरदस्ती सुलह कराने का आरोप लगा रही है।