किशनगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस के मोहम्मद जावेद ने जीत दर्ज कर ली है। वहीं दूसरे नंबर पर जदयू के मुजाहिद आलम है। किशनगंज सीट के लिए दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। इस बार किशनगंज में त्रिकोणीय मुकाबला था। हालांकि, कांग्रेस यहां पर भारी पड़ रही थी। 68 फीसदी मुस्लिम आबादी वाले इस लोकसभा क्षेत्र में मुख्य मुकाबला कांग्रेस के सीटिंग सांसद जावेद आजाद, जेडीयू से मास्टर मुजाहिद और AIMIM से अख्तरुल ईमान के बीच देखा जा रहा था।
किशनगंज सीट के जातीय समीकरण को देखें तो लगभग 67 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं और लगभग 31 प्रतिशत हिंदू और दो प्रतिशत में अन्य जाति-धर्मों के वोट हैं। किशनगंज सीट पर तीन प्रमुख मुस्लिम जाति है सूरजापूरी, शेरशाहवादी और कुल्हईया मुस्लिम। लेकिन, अजीब इत्तफाक है कि तीनों पार्टी के उम्मीदवार सूरजापुरी थे।
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2019 का जनादेश
कीशनगंज सीट से कांग्रेस ने जीत दर्ज की। कांग्रेस के उम्मीदवार मोहम्मद जावेद को 3,67,017 मिले थे। तो वहीं जेडीयू के प्रत्याशी महमूद अशरफ 3,32,551 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर और बीएसपी के इंद्र देव पासवान 6,793 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थें। किशनगंज लोकसभा संसदीय सीट पर 64.10 फीसदी मतदान हुआ था।
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2014 का जनादेश
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज सीट से कांग्रेस उम्मीदवार असरार-उल-हक़ क़ासमी ने जीत दर्ज की। उनको 4 लाख 93 हजार 461 वोट मिले थे। उन्होंने अपनी करीबी प्रतिद्वंदी बीजेपी के डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल को शिकस्त दी थी। साल 2014 के चुनाव में जायसवाल को 2 लाख 98 हजार 849 वोट मिले थे। इसके अलावा जेडीयू के अख्तारुल इमान को 55 हजार 822 वोटों से संतोष करना पड़ा था। 2014 में यहां 64.52 फीसदी मतदान हुआ था।