सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले नियोजित शिक्षकों का जून के अंत तक नये स्कूलों में पदस्थापन कर दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। जून के दूसरे सप्ताह से शिक्षकों की काउंसिलिंग शुरू की जाएगी।
सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूलों के रिक्त पदों की सूची विभाग को उपलब्ध कराएं, ताकि संबंधित पोर्टल पर इसे अपलोड किया जा सके। नए स्कूलों में योगदान के साथ ही इन शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक का दर्जा मिलेगा और वे सरकारी कर्मी हो जाएंगे। काउंसिलिंग संबंधित जिलों में ही कराई जाएगी।
गौरतलब है कि आचार संहिता के दौरान काउंसिलिंग पर लगी रोक को देखते हुए विभाग ने पहले निर्णय लिया था कि तीन सक्षमता परीक्षाएं कराने के बाद सभी शिक्षकों का एक साथ पदस्थापन किया जाएगा। हालांकि, दूसरी सक्षमता परीक्षा में विलंब होने के कारण अब विभाग ने निर्णय लिया है कि पहली सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण इच्छुक शिक्षकों का पदस्थापन पहले कर दिया जाएगा। पहली सक्षमता परीक्षा में 1,87,000 शिक्षक उत्तीर्ण हुए हैं। दूसरे और तीसरे चरण की सक्षमता परीक्षा के परिणाम आने के बाद उस पर अलग से निर्णय लिया जाएगा।
सक्षमता परीक्षा में बेहतर अंक वालों को शहरी क्षेत्र में मिलेगी पोस्टिंग
विभाग ने यह भी तय किया है कि सक्षमता परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त करने वाले शिक्षकों को शहरी क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थापित किया जाएगा। इसके लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के रिक्त पदों की अलग-अलग सूची तैयार की जा रही है। शिक्षकों का स्कूल आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा। पहले रिक्त पदों और शिक्षकों की सूची को क्रमवार सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा। सक्षमता परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों को उनके आवंटित जिलों के स्कूलों में नये सिरे से पदस्थापित करना है।