समस्तीपुर में स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पटना और जहानाबाद के करीब एक दर्जन लोगों ने आरोपी को पकड़वाया है। आरोपी मुजफ्फरपुर का रहने वाला है और उसकी पहचान राजेश रौशन के रूप में हुई है। पीड़ितों का आरोप है कि राजेश रौशन ने एनपीएस कार्ड भी बनाकर दिए थे।
कैसे हुआ यह धोखाधड़ी?
आरोपी राजेश रौशन ने धर्मेन्द्र कुमार नाम के एक व्यक्ति के माध्यम से लोगों से संपर्क किया। धर्मेन्द्र ने अमित पाण्डेय नाम के एक शख्स से लोगों की मुलाकात करवाई। अमित पाण्डेय ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा दिया और क्लर्क की नौकरी के लिए 6 लाख रुपये और चपरासी की नौकरी के लिए 4 लाख रुपये की मांग की।
पीड़ितों ने कुल 70 लाख रुपये जमा कर दिए। बाद में अमित पाण्डेय ने 20 लाख रुपये और लिए। जब पीड़ितों को नौकरी नहीं मिली, तब उन्हें शक हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
वर्तमान स्थिति
पुलिस ने आरोपी राजेश रौशन को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है। इस धोखाधड़ी के खुलासे के बाद स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के नाम पर लोगों से ठगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।