स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा विभागीय अधिकारियों को वाट्सएप संदेश और काल कर ठगी करने का मामला सामने आया है। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला:
- साइबर अपराधियों ने अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की तस्वीर वाला एक फर्जी वाट्सएप अकाउंट बनाया है।
- इस फर्जी अकाउंट से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और डॉक्टरों को वाट्सएप संदेश और काल किए जा रहे हैं।
- इन संदेशों और कॉलों के माध्यम से अपराधी अधिकारियों को गुमराह कर पैसे की मांग कर रहे हैं।
प्रत्यय अमृत ने दर्ज कराई शिकायत:
इस मामले की जानकारी होने पर अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने खुद इओयू को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पत्र में बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि उनके नाम का इस्तेमाल कर साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की जा रही है।
इओयू ने शुरू की जांच:
प्रत्यय अमृत की शिकायत पर इओयू ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर संजीव कुमार को केस का अनुसंधान पदाधिकारी बनाकर जांच शुरू कर दी गई है।
कौन सी धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला:
इओयू ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 318 ए और 319 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
क्या है आगे की कार्रवाई:
इओयू की टीम फर्जी वाट्सएप अकाउंट का पता लगाने और साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए छानबीन कर रही है।