बिहार में साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए बिहार पुलिस ने कमर कस लिया है। अब बिहार पुलिस इंटरपोल की मदद लेने जा रही है। यही नहीं पटना पुलिस ने तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है। जिनका नाम दानिश अरशद, आमिर सिद्दकी और सब्बीर अहमद है। गिरफ्तार अपराधी पटना में बैठ कर अमेरिका के लोगों से ठगी कर रहा था। मामले की पूरी तह तक जाने के लिए पुलिस इंटरपोल की मदद लेगी। इस बात की जानकारी एडीजीपी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी।
अलग-अलग एप की मदद से करता था ठगी
जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि दीघा थाना पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था। यह तीनो शातिर पश्चिम बंगाल के रहनेवाले हैं। यह लोग जो रिंट सेंटर, स्काइप, टेक्स्ट नाउ जैसे एप की मदद से अमेरिका के लोगों से ऑनलाइन ठगी करता था। चुकी यह मामला विदेश से जुड़ा हुआ है, तो अब पुलिस जांच के लिए इंटरपोल की मदद लेगी। इंटरपोल यानी इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस ऑर्गनाइजेशन एक ऐसी संस्था है जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपराधिक मामले को देखती है।
पिंटू अब भी फरार
बता दें कि साइबर अपराधियों के गैंग का सरगना पिंटू सिंह इंजीनियर की पढ़ाई कर चुका है। और जॉब की तलाश में वह दिल्ली भी रह चुका है। नौकरी ना मिलने पर पिंटू ने नोएडा के कॉल सेंटर में नौकरी करना शुरू किया। जिसके बाद उसे साइबर क्राइम की लत लगी और उसने अपने साथ पढ़े लिखे और बढ़िया अंग्रेजी बोलने वाले लड़को को अपने गैंग में शामिल कर लिया। और साथ में मिल कर उसने अमेरिका के लोगों से ठगी करना शुरू किया।
छानबीन में जुटी पुलिस
मामला 19 महीने पहले ही उजागर हुआ था जब नोएडा पुलिस को पिंटू सिंह और उसके गैंग के बारे में पता चला था। जिस दौरान पुलिस ने वहां कार्रवाई की। और पुलिस पिंटू की छानबीन के लिए जुट गई। पिंटू ने पश्चिम बंगाल में अपना नया बसेरा बना कर अपने गैंग में और लोगों को शामिल किया। जिसके बाद वह सब पटना से साइबर क्राइम का अंजाम देने लगे। वही पिंटू मनेर में रह रहा था। पुलिस द्वारा वहां छापेमारी की गई तो पिंटू वहां से फरार था। लेकिन इस तलाशी में पुलिस ने कुछ महत्वपूर्ण कागजात बरामद किया है। इन सब की जानकारी गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के अपराधियों ने बताई। दानिश अरशद, आमिर सिद्दकी और सब्बीर अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।