कोसी नदी के जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव के कारण सुपौल जिले में तटबंध के अंदर बसे लोगों में भय का माहौल है। रविवार को कोसी बराज से 3 लाख 96 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सुपौल, किशनपुर, सरायगढ़, निर्मली और मरौना प्रखंड के दर्जनों गांवों में पानी घुस गया था।
पानी घटने के बाद लौटे लोग, फिर बढ़ा खतरा:
सोमवार को पानी घटने के बाद लोग धीरे-धीरे अपने घरों को लौटने लगे थे। लेकिन मंगलवार शाम 6 बजे तक कोसी बराज पर पानी का प्रवाह 2 लाख 48 हजार 210 क्यूसेक और बराह क्षेत्र में 1 लाख 72 हजार 500 क्यूसेक तक बढ़ गया। इससे एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
लोगों में दहशत, पलायन शुरू:
बढ़ते जलस्तर को देखकर तटबंध के अंदर बसे लोगों में दहशत फैल गई है। लोग अपने घरों से निकलकर ऊंचे स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। लोग अपने साथ छोटे-छोटे बच्चों और माल-मवेशियों को भी लेकर जा रहे हैं।
स्थिति पर नजर:
जिला प्रशासन बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है। बाढ़ राहत टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है। यह घटना इस बात की ओर इशारा करती है कि कोसी नदी पर अभी भी खतरा बना हुआ है। तटबंध के अंदर बसे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।