मुज़फ्फरपुर जिला के हथौरी थाना क्षेत्र के डीह जीवर गांव में श्याम सहनी की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई। मृतक के पिता चंद्र किशोर सहनी अपने पुत्र के मौत का कारण शराब बताते हैं और कहते हैं कि उसने इलाज के क्रम में जो उल्टियां की वह शराब की गंध से भरी हुई थी। मेडिकल कॉलेज जाने के पहले श्याम के आंख की रोशनी भी चली गयी थी।
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लेकिन पुलिस इससे इनकार कर रही है कि मौत शराब से हुई है। ग्रामीण एसपी मुज़फ्फरपुर बताते हैं कि एक मौत की सूचना मिली है। मृतक श्याम पेंट का काम करता था। पेंट के गोदाम में एक मग में थिनर पड़ा हुआ था जिसे पानी समझकर पी लिया गया और इलाज के दौरान श्याम की मृत्यु हो गई। मृतक का शव पुलिस को बरामद नहीं हो सका और न ही आंखों की रोशनी गवाएं लोगों की पहचान हो पाई है।
अब सवाल उठता है कि छपरा, सीवान और गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद हुई सरकार की किरकिरी से प्रशासन इतना बौखला चुकी है कि अब इस तरह की घटनाओं पर केवल खानापूर्ति करते हुए परिजनों को शव जलाने का मौका दे देती है। घंटो श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में हुए इलाज के बाद मौत हुई पर पुलिस को मृतक का शव तक बरामद नहीं हुआ। अस्पताल से बिना पोस्टमार्टम शव परिजनों को कैसे मिला इसका जवाब किसी के पास नहीं है।