बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर समय-समय बिहार की सियासत तेज हो जाती है। एक बार फिर से बिहार की सियासत इस मुद्दे को लेकर गरमा गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर हमलावर है। दरअसल कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार दिवस के दिन गांधी मैदान में मंच से कहा यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा केंद्र दे देता तो बिहार भी विकसित राज्यों की सूची में शामिल हो जाता बिहार में जो कुछ विकास हुआ है वह अपने दम पर हुआ है। प्रति व्यक्ति आय जो देश का है उसका तिहाई बिहार के प्रति व्यक्ति आय है। हम शुरू से मांग करते आ रहे हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए इसके लिए हमने पटना के गांधी मैदान से दिल्ली तक सभा भी कर चुके हैं।
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नीतीश के बयान के समर्थन में RJD
मुख्यमंत्री के बयान के बाद से इस मांग को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। सत्ता में साझेदार राजद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग के समर्थन में उतर गई। राजद विधायक भाई बिरेंद्र ने भी समर्थन दिया है आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह शुरू से ही मांग करते आ रहे हैं। उससे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी पटना के गांधी मैदान में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से मांग की थी लेकिन अब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला।
BJP की प्रतिक्रिया
वही विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र जो पैसा बिहार को देता है वह पैसा राज सरकार खर्च नहीं कर पाती है। बिहार के मुख्यमंत्री कभी बिहार के लिए प्रधानमंत्री से बात भी नहीं करते हैं। नीतीश कुमार पहले मुख्यमंत्री हैं जो अपने देश के प्रधानमंत्री से बात नहीं करते। तार किशोर प्रसाद ने आगे कहा कि बिहार दिवस के दिन जो मंच से मुख्यमंत्री ने विशेष राज्य की दर्जा की मांग की है वह गलत है क्योंकि मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय मंच को राजनीतिक मंच बना दिया है जो गलत है।