बिहार के उप मुख्यमंत्री सह खान एवं भूतत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने खान एवं भूतत्व विभाग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में सचिव, निदेशक, अपर सचिव और मुख्यालय के अन्य पदाधिकारी शामिल थे. इस बैठक में उप मुख्यमंत्री ने अवैध खनन एवं परिवहन पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए विभाग के अधिकारियों को कई निर्देश दिए.
सभी बालूघाटों का निरीक्षण: सभी संचालित/असंचालित बालूघाटों का संबंधित खनिज विकास पदाधिकारी एवं खान निरीक्षकों द्वारा एक सप्ताह के अन्दर निरीक्षण कर भौतिक सत्यापन प्रतिवेदन (विडियोग्राफी सहित) विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा। क्षेत्रीय पदाधिकारी निरीक्षण के क्रम में संबंधित घाटों का विडियो क्लीप बनाकर मुख्यालय को प्रेषित करेंगे। निरीक्षण के लिए विस्तृत चेकलिस्ट भी दी गई है। निरीक्षण में बंदोबस्ती के एकरारनामा के किसी भी शर्त का उल्लंघन या अनियमितता पाये जाने पर उल्लंघनकर्ता के विरूद्ध नियमसंगत कड़ी कार्रवाई करते हुए कृत कार्रवाई का प्रतिवेदन एक सप्ताह के अन्दर विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
उड़नदस्ता दलों द्वारा जांच: जिलास्तरीय निरीक्षण के दौरान गठित उड़नदस्ता दलों द्वारा संचालित/असंचालित बालूघाटों की जाँच की जाएगी, जिससे यह स्पष्ट पता चल सके कि बालूघाटों का संचालन ठीक ढंग से हो रहा है कि नहीं।
राजस्व की चोरी पर रोक: माननीय उप मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया गया कि राज्यहित में राजस्व की चोरी किसी भी स्तर पर दरकिनार नहीं किया जायेगा। इसमें किसी प्रकार की अनियमितता बरते जाने पर संबंधित पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध खनन एवं परिवहन राज्य के लिए गंभीर समस्या है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस समस्या से निपटने के लिए कठोर कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी अवैध खनन एवं परिवहन में लिप्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।