सीतामढ़ी के नवनिर्वाचित जेडीयू सांसद देवेशचंद्र ठाकुर एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। जहां देवेशचंद्र ठाकुर का कुशवाहा यादवों और मुसलमानों को लेकर नाराजगी दिखी। देवेशचंद्र ने कहा कि यादव और मुसलमान समाज के लोग कोई काम करवाने आते हैं तो जरूर आएं लेकिन चाय नाश्ता कर वापस चले जाएं।
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‘यादवों और मुसलमानों को मेरे दरवाजे पर स्वागत है’
देवेशचंद्र ठाकुर ने कहा कि मेरे पास एक मुस्लिम समाज के शख्स काम कराने के लिए आए थे लेकिन हमने स्पष्ट कह दिया कि आपने तो लालटेन को वोट दिया होगा, हम आपका काम क्यूं करेँ।आप चाय नाश्ता कीजिए और चलते बनिए, आपका काम नहीं करेंगे। जब नरेंद्र मोदी के चेहरे को देखकर उस शख्स ने तीर पर वोट नहीं किया तो उनका काम मैं क्यूं करूं। यादवों और मुसलमानों को मेरे दरवाजे पर स्वागत है, आएं बैठे और चाय नाश्ता करे लेकिन काम की बात नहीं करें, उनका काम नहीं करूंगा।
स्वार्थी हो गया है कुशवाहा समाज
इस दौरान देवेशचंद्र ठाकुर ने कुशवाहा समाज पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुशवाहा का वोट एनडीए का था लेकिन इस बार वो कट गया। सिर्फ इसलिए क्योंकि लालू यादव ने 7 कुशवाहा समाज के लोगों को टिकट दिया था। अगर कुशवाहा से पांच या सात लोग एमपी बन जाता तो क्या होता, सीतामढ़ी के लोगों पर क्या फर्क पड़ जाता। क्या सीतामढ़ी के कुशवाहा समाज के लोग उनसे काम करवाने जाते? इनकी सोंच कितनी विकृत हो गई है। अगर कह दूं कि कुशवाहा समाज के लोग अपना काम कराने के लिए लालू प्रसाद से सात कुशवाहा उम्मीदवारों के पास जाएं तो कैसा लगेगा।क्या कुशवाहा समाज इतना स्वार्थी हो गया है। इस समाज के बीजेपी से डिप्टी सीएम हैं सरकार में, उपेंद्र कुशवाहा अगर जीत गए होते तो आज केंद्रीय मंत्री बन गए होते।