इमरजेंसी सेवा के लिए शुरू किए गए DIAL-112 सर्विस में बिहार ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस सेवा को बिहार में शुरू हुए दो साल का वक्त हुआ है और इस अवधि में 20 लाख लोगों को सेवा दी गई है। प्रतिदिन करीब 05 हजार लोगों को सेवा प्रदान की जा रही है। इस तरह बिहार प्रतिदिन कॉल हैण्डलिंग में बिहार, देश में दूसरे स्थान पर है। जबकि उपलब्ध आँकड़ों के अनुसार बिहार राज्य रेसपॉन्स टाइम के आधार पर देश में 7वें स्थान पर है। बिहार में इस सुविधा की खास बात यह भी है कि बिहार देश का एकमात्र राज्य है जहाँ शत-प्रतिशत कॉल महिला पुलिसकर्मियों के द्वारा रिसीव किया जा रहा है।
06 जुलाई 2022 को शुरू हुई थी DIAL-112 सेवा
बिहार में जनकल्याणकारी आपातकालीन सेवा (ERSS Dial-112) का शुभारम्भ 06 जुलाई 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। आपातकालीन सेवा का मुख्य उद्देश्य पीड़ित व्यक्तियों को 20 मिनट में सहायता मुहैया कराना है। परियोजना के प्रथम चरण में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों/शहरी क्षेत्रों में एवं पटना जिला के सम्पूर्ण क्षेत्रों में उपलब्ध था। इस हेतु 400 चार पहिया वाहन उपलब्ध कराया गया था। इसके बाद इस सेवा के विस्तार के द्वितीय चरण में यह आपातकालीन सेवा ग्रामीण क्षेत्रों सहित सम्पूर्ण राज्य में उपलब्ध हो गयी है। 29 फरवरी 2024 को द्वितीय चरण हेतु अतिरिक्त 883 चार पहिया वाहन एव 550 दो पहिया वाहन का लोकार्पण सीएम नीतीश कुमार ने किया। इस प्रकार अब कुल 1833 वाहन उपलब्ध हैं। दो पहिया वाहन की सहायता से अब शहर की तंग गलियों में भी आपातकालीन सेवा पहुंचायी जा रही है। द्वितीय चरण में 1586 एम्बुलेन्स सेवा एवं 805 अग्निशमन सेवा के वाहनों को भी इस व्यवस्था में एकीकृत किया गया हैं, जो 24 घंटे नागरिकों की सेवा में कार्यरत हैं। सम्पूर्ण बिहार राज्य के नागरिक अब आपातकालीन स्थिति में 112 डायल कर पुलिस, एम्बुलेन्स, अग्निशमन सेवा एवं अपराध नियंत्रण हेतु एकीकृत सेवा ले रहे हैं।
पिछले दो वर्षों के ऐसे मामले जिनमें ससमय आपातकालीन सेवायें पहुंचायी गयी
- स्थानीय विवाद / मारपीट / हिंसात्मक झड़प इत्यादि से संबंधित सूचना – 10,59,782
- घरेलू हिंसा, महिला अपराध एवं बच्चों से संबंधित सूचना:-1,80,817
- यातायात / दुर्घटना से संबंधित सूचना-81,268
- अग्नि कांड से संबंधित:-71,994
- मद्य निषेध से संबंधित सूचना:-71,501
प्राप्त जानकारी के अनुसार त्वरित कार्रवाई के फलस्वरूप राज्य स्तर पर वर्ष 2023 में विगत् वर्ष की तुलना में डकैती के मामलो में 15.39 प्रतिशत, चोरी में 5.93 प्रतिशत एवं दंगा में 15.82 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।
इस संबंध में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक निर्मल कुमार आजाद (तकनीकी सेवाएं एवं वितंतु) ने बताया कि अब डायल-112 को सम्पूर्ण बिहार राज्य के नागरिकों के लिए एकल पुलिस हेल्प लाइन एवं इमरजेन्सी हेल्प लाईन नम्बर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस प्रकार अब नागरिक केन्द्रित पुलिसिंग के अन्तर्गत आमजनों को अधिकतम सेवायें एक ही नम्बर डायल-112 के माध्यम से प्राप्त हो सकेगें। यह कार्य अगले एक माह में पूरा कर लिया जायेगा।