लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मधेपुरा लोकसभा सीट के लिए भी मतदान हुआ, जिसमें जदयू के दिनेश चंद्र यादव विजयी रहे। 1996 से 2019 तक के 23 सालों में मधेपुरा में 8 लोकसभा चुनाव हुए हैं। इन आठ चुनावों में तीन बार शरद यादव, दो बार लालू यादव, दो बार पप्पू यादव और एक बार दिनेश चंद्र यादव ने चुनाव जीता है। लेकिन इस अवधि में मधेपुरा की जनता ने किसी उम्मीदवार को लगातार दो बार नहीं जिताया है। इस रिकॉर्ड के बावजूद 2024 में हो रहे चुनाव के लिए जदयू ने अपना उम्मीदवार नहीं बदला। एक बार फिर दिनेश चंद्र यादव को ही उम्मीदवार बनाया। जबकि महागठबंधन की ओर से राजद ने कुमार चंद्रदीप को उम्मीदवार बनाया गया था।
मधेपुरा से 8 उम्मीदवार थे मैदान में
मधेपुरा सीट पर कुल 8 उम्मीदवार मैदान में थे। इसमें जदयू से दिनेश चंद्र यादव, राजद से कुमार चंद्रदीप, बसपा से मो. अरशद हुसैन, युवा क्रांति पार्टी से अजब लाल मेहता, समझदार पार्टी से उचेश्वर पंडित, भारतीय जन क्रांति दल (डेमोक्रेटिक) से प्रो. कामेश्वर यादव, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) से जवाहर लाल जायसवाल और आदर्श मिथिला पार्टी से सुरेश्वर पोद्दार उम्मीदवार थे। इस सीट पर कोई निर्दलीय उम्मीदवार नहीं थे।
2019 के लोकसभा चुनाव में मधेपुरा सीट पर कुल 60.89 फीसदी मतदान हुआ था। इसमें जीतने वाले जदयू के दिनेश चंद्र यादव को 54.42 फीसदी वोट मिले थे। 2014 में इस सीट पर 59.96 फीसदी मतदान हुआ था। तब जीतने वाले राजद के पप्पू यादव को 35.65 फीसदी वोट मिले थे। आपको बता दें कि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले छह विधानसभा सीटों में 5 सीटें एनडीए के पास हैं जबकि एक सीट राजद के पास है।