जन सुराज पार्टी की लांचिंग से पहले और उसके बाद भी, प्रशांत किशोर यही कहते रहे कि वे विकल्प बनने आए हैं। प्रशांत किशोर के भाषणों में नीतीश की नीतियों के प्रति उनकी नाराजगी स्पष्ट दिखती रही है। वे बार बार हर हाल में नीतीश को हटाने का दम भी भरते दिखे। प्रशांत किशोर का यह दावा भी रहा कि वे 2025 में जनता के भरोसे नीतीश को हरा देंगे। लेकिन बिहार विधानसभा और विधान परिषद के उपचुनावों में जन सुराज के उम्मीदवारों की हार से पार्टी के नेता हताश दिख रहे हैं। जन सुराज के अध्यक्ष मनोज भारती के बयानों में यह हताशा दिख भी रही है। क्योंकि मनोज भारती अब नीतीश को हराने नहीं बल्कि संन्यास लेने की बात कर रहे हैं।
मनोज भारती ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक करियर पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अब राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। उनका दावा है कि अगर एनडीए, नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगामी चुनाव लड़ती है, तो यह गठबंधन के लिए एक बड़ी भूल होगी। मनोज भारती ने कहा कि “जनता अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से थक चुकी है और नए विकल्प की तलाश में है। हमारा काम जनता तक सच्चाई पहुंचाना है, और अंतिम निर्णय जनता के हाथ में है।” बिहार की राजनीति को प्रतीकात्मक रूप में “उर्वरक जमीन” कहते हुए, मनोज भारती ने कहा कि अगर इसे सही दिशा में थोड़ा प्रयास मिले, तो राज्य में “अच्छी फसल” तैयार की जा सकती है।
दूसरी ओर पार्टी में अंदरूनी असंतोष और कोर कमेटी के इस्तीफों की खबरों पर मनोज भारती ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि पार्टी के सदस्यों ने पार्टी नहीं छोड़ी है, बल्कि केवल कोर कमेटी से इस्तीफा दिया है। भारती ने बताया कि इन सभी सदस्यों से उनकी बातचीत हो चुकी है और वे अब भी जन सुराज के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये सदस्य भविष्य में पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।