बिहार में पड़ रहीं कड़ाके की ठंड की वजह से राज्य में स्कूलों को बंद करने को लेकर जहाँ अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इस पर रोक लगाने का फरमान जारी कर दिया, वहीँ पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कडकडाती ठंड की दलील देते हुए पाठक की बातों को नज़रंदाज़ कर दिया और जिले में स्कूलों की छुट्टियाँ बढ़ा दी। इस बात को लेकर दोनों आईएएस अधिकारीयों में ठन गयी और मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि उक्त मामला अब बिहार के मुख्य सचिव के पास पहुंच गया है। बता दें कि इस संबंध में पटना के डीएम ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
पटना के जिलाधिकारी द्वारा जिले में आठवीं तक के सरकारी और निजी स्कूल और कोचिंग सेंटर को बंद किए जाने के विरुद्ध शिक्षा विभाग द्वारा किए गए पत्राचार का मामला अब मुख्य सचिव के पास पहुंच गया है। डीएम ने मुख्य सचिव से पूरे मामले की समीक्षा कर इसका हल निकालने की गुजारिश की है। पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने मुख्य सचिव को शीतलहर की वजह से सरकारी विद्यालयों को बंद करने के संबंध में जारी आदेश की वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। इसमें कहा गया है कि शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के बीच स्कूल बंद किए जाने के संदर्भ में अंतहीन पत्राचार से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
पत्र के जरिए जिलाधिकारी ने ये कहा है कि पटना जिले में शीतलहर की स्थिति और कम तापमान जारी रहने से बच्चों के हेल्थ और जीवन पर खतरे की संभावना बढ़ जाती है और इस बात को लेकर दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 के तहत आठवीं तक शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाते हुए दिनांक 23 जनवरी के दिन छुट्टी को 25 जनवरी तक विस्तारित किया गया है। इसी बात को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अपने विभाग की ओर से 20 जनवरी को जारी अपने आदेश (जिसमे जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी विद्यालयों को खुला रखने के लिए निर्देशित किया गया था), का अनुपालन नहीं किए जाने का उल्लेख करते हुए पटना डीएम को पत्राचार के लिए निर्देशित किया था।
ठंड की विषम स्थिति को देखते हुए पटना डीएम ने आदेश के विपरीत छुट्टियों का विस्तार किया था और इसी के बाद पटना जिला प्रशासन ने 22 जनवरी को उपर्युक्त परिस्थिति और जिला दंडाधिकारी को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के तहत प्रदत्त शक्तियों के संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को विस्तार से अवगत भी कराया था, जिसके उपरान्त शिक्षा विभाग ने 23 जनवरी को जारी पत्र द्वारा विभिन्न प्रकार की आपत्तियों का उल्लेख करते हुए रिपोर्ट की मांग की है। टकराव की स्थिति बनते देख डीएम ने मुख्य सचिव से इस मामले में अपने स्तर से पूरे मामले की समीक्षा कर उचित समाधान करने का अनुरोध किया है।