बेतिया के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय द्वारा आज कार्यालय प्रकोष्ठ में जीविका द्वारा कार्यान्वित योजनाओं, कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा जीविका अंतर्गत संचालित योजनाओं की कार्य प्रगति से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जीविका द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों से ज्यादा से ज्यादा ग्रामीणों को लाभान्वित करने हेतु बेहतर तरीक से कार्य योजना तैयार कर कार्य करना होगा। जीविका से जुड़े सभी अधिकारी टीम वर्क के साथ कार्य करते हुए लोगों को लाभान्वित करें। उन्होंने आगे कहा कि जीविका की उपलब्धि अपेक्षाकृत कम है। इसे और बेहतर करने की आवश्यकता है।
जीविका के सभी अधिकारियों एवं कर्मियों को एक्टिव रखें तथा उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सतत समीक्षा एवं अनुश्रवण करें। तत्परतापूर्वक कार्य करते हुए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त किया जाए। जिलाधिकारी द्वारा समूह निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त कर दीदियों के क्षमतावर्धन करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी स्वयं सहायता समूहों का बचत खाता और ऋण खाता खोलने का भी निर्देश दिया गया। जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका ने बताया कि जीविका दीदियों को कृषि क्षेत्र में सहूलियत हेतु 14 कृषि यंत्र बैंक की स्थापना की गई है। कृषि यंत्र बैंक में ट्रैक्टर के अलावा खेती करने के सभी उपकरण शामिल हैं। जिलाधिकारी द्वारा इस पहल की प्रशंसा करते हुए सभी प्रखंडों में इसकी स्थापना का निर्देश दिया गया।
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“मधुमक्खी पालन में अपार संभावनाएं है”
जिलाधिकारी ने आगे कहा कि वीटीआर क्षेत्र में मधुमक्खी पालन की अपार संभावनाएं हैं। इसको देखते हुए मधु का उत्पादन बड़े पैमाने पर कर इसकी ब्रांडिंग करने की आवश्यकता है। हनी प्रोडक्शन के क्षेत्र में काफी स्कोप है। इससे ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इसके साथ ही जिले में सतत जीविकोपार्जन योजना से पात्र लाभुकों को लक्ष्य के अनुरूप लाभान्वित किया जाए। साथ ही लाभान्वित व्यक्तियों का फॉलोअप भी किया जाए। समय-समय पर लाभान्वित व्यक्तियों से फीडबैक लिया जाए। उन्होंने कहा कि नीरा उत्पादन को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इस हेतु इच्छुक लोगों को जागरूक एवं प्रेरित किया जाए।
इस दौरान उप विकास आयुक्त अनिल कुमार ने कहा कि जीविका द्वारा संचालित योजनाओं का प्रभावी तरीके से क्रियान्वयन हेतु जिलास्तर पर एक समन्वय समिति का गठन करने की आवश्यकता है। कम्यूनिटी लाइब्रेरी और दीदी का अधिकार केंद्र के सफल संचालन की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि जीविका दीदी को और भी कम्यूनिटी लाइब्रेरी के संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी। जिले में किसान उत्पादक समूह की बात करते हुए अपर समाहर्ता राजीव कुमार सिंह ने जीविका के माध्यम से एक खास उत्पाद पर फोकस कर प्रोड्यूसर कम्पनी को आगे बढ़ाने पर बल दिया। समीक्षा के क्रम में जिला परियोजना प्रबंधक श्री आर के निखिल ने बताया कि संस्थागत निर्माण एवं वितीय समावेशन के तहत वितीय वर्ष 2023-24 में 421 स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है। 4098 परिवार एसएचजी से आच्छादित हैं। 32 ग्राम संगठन, 518 स्वयं सहायता समूह का बचत खाता, 3571 बैंक से क्रेडिट लिंकेज सहित 195567 दीदियों को बीमा से आच्छादित किया गया है।
उन्होंने बताया कि जिले में नीरा उत्पादक समूह की संख्या 11 है। जबकि 240 नीरा टेपरों की संख्या है। नीरा उत्पादन के लिए 345 अनुज्ञप्ति जारी किया गया है। वर्तमान में 1लाख 72हजार 10 लीटर नीरा का उत्पादन जिले में हो रहा है। नीरा उत्पादकता को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 180 उत्पादक समूह हैं। इसके अंतर्गत 3345 बकरी पालक परिवार, 225 पशु सखी, 2880 मुर्गी पालक परिवार हैं। इसके साथ ही 87335 मुर्गी (चूजा) का वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि नन फार्म संबंधित गतिविधि के अंतर्गत जिले में 12 मधु उत्पादक समूह हैं। इसके साथ ही सिक्की उत्पादन के 02, बांस उत्पादन के 01, अगरबती उत्पादन के 01, डिटर्जेंट उत्पादन के 01 समूह हैं। इस वितीय वर्ष में 568 जीविका दीदियों को पीएमएफएमई योजना से लाभान्वित कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जीएमसीएच, बेतिया में जल्द ही दीदी की रसोई का संचालन होगा। इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। जीविका दीदियों के विशेष प्रशिक्षण के बाद इसका संचालन जल्द शुरू होगा। इस बैठक में उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, अपर समाहर्ता राजीव कुमार सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका, श्री आर0 के0 निखिल सहित जीविका के सभी विषयगत प्रबंधक उपस्थित रहे।