पटना में विजयादशमी के दिन होने वाले रावण वध में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को आमंत्रित नहीं किया गया है। दशहरा कमिटी के संवाददाता सम्मेलन के दौरान कमिटी के अध्यक्ष ने बताया कि प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को इस वर्ष न्योता नहीं दिया गया है। दरअसल, तेजस्वी यादव को न्योता दिए जाने के बाद तेजस्वी यादव रावण वध कार्यक्रम में अपने बड़े भाई तेज प्रताप को भेज देते हैं। जिससे मंच पर अफरातफरी मच जाती है और उस कारण दशहरा कमिटी के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
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दशहरा कमेटी के अध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि हम लोग किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं, लेकिन जब कृष्ण महोत्सव में दही हांडी प्रोग्राम था तब उनको आमंत्रित किया तो वह नहीं आए। पिछले वर्ष रावण वध में उनको आमंत्रित किया तब तेज प्रताप को भेज दिए। इसलिए इस बार उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया, क्योंकि उनके मंच पर आने के बाद फिर हमलोग बाहर हो जाते हैं।
अध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि रावण वध का उद्घाटन महामहिम राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर करेंगे, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रहेंगे।
अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव रहेंगे। जबकि विशिष्ट अतिथि मंत्री विजय कुमार चौधरी और राज्यसभा सांसद तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह रहेंगे। हम लोग किसी के साथ भेदभाव नहीं कर रहे हैं। ऐसी बात रहती तो अखिलेश सिंह को नहीं बुलाते लेकिन कुछ करणों से यह कदम उठाना पड़ रहा है।