बिहार में शिक्षा विभाग ने मंगलवार से सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत करीब छह लाख शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने का ट्रायल शुरू कर दिया है। इस ट्रायल के पहले दिन, 80 हजार से अधिक शिक्षकों ने “ई-शिक्षाकोष” मोबाइल एप के माध्यम से अपनी ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कराई। विभाग ने शिक्षकों को मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज करने में आसानी हो, इसके लिए शिक्षा विभाग में एक परियोजना प्रबंधन इकाई भी गठित की है।
उपस्थिति दर्ज करने में परेशानी होने पर सहायता:
यदि किसी शिक्षक को एप से हाजिरी बनाने में परेशानी आ रही है, तो उन्हें तकनीकी सहायता विभाग द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है।
अगले तीन महीने तक दोनों तरीकों से होगी हाजिरी:
शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार, अगले तीन महीने तक सभी विद्यालयों में शिक्षकों की ऑनलाइन, “ई-शिक्षाकोष” ऐप के माध्यम से, साथ ही स्कूल पंजी पर भी हाजिरी दर्ज की जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी शिक्षक हाजिरी दर्ज कर सकें, विभाग यह कदम उठा रहा है।
नई व्यवस्था से शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित:
विभाग का मानना है कि यह नई व्यवस्था विद्यालयों में शत-प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में मददगार होगी। यह व्यवस्था सभी प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में लागू की गई है। मोबाइल एप से शिक्षकों की उपस्थिति उनके फोटो के साथ दर्ज की जा रही है, जिसमें प्रधानाध्यापक भी शामिल हैं।
विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के निर्देशानुसार, शिक्षकों के लिए मोबाइल एप से ऑनलाइन हाजिरी का ट्रायल 30 जून तक चलेगा। इसके बाद, 1 जुलाई से सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से मोबाइल एप के माध्यम से अपनी ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करनी होगी।