बिहार के वैशाली जिले के महुआ प्रखंड से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक पुरुष शिक्षक को मातृत्व अवकाश दिए जाने की खबर ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना हसनपुर सरकारी हाई स्कूल में बीपीएससी से नियुक्त शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह से जुड़ी है। शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने दिसंबर महीने में 1 से 10 तारीख तक 10 दिनों की छुट्टी ली थी। लेकिन जब इस छुट्टी को शिक्षा विभाग के ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दर्ज किया गया, तो छुट्टी का प्रकार “मैटरनिटी लीव” यानी मातृत्व अवकाश दिखा।
गौरतलब है कि मातृत्व अवकाश केवल महिला कर्मचारियों के लिए होता है, जो गर्भावस्था के दौरान या प्रसव के बाद दिया जाता है। पुरुष कर्मचारियों को बच्चों की देखभाल के लिए “पैटरनिटी लीव” यानी पितृत्व अवकाश का प्रावधान है। ऐसे में सरकारी रिकॉर्ड में पुरुष शिक्षक के लिए मातृत्व अवकाश दर्ज होना असंभव और हास्यास्पद है।
जैसे ही यह मामला उजागर हुआ, इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोगों ने इस त्रुटि पर व्यंग्यात्मक टिप्पणियां कीं और शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
महुआ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) अर्चना कुमारी ने मामले को तकनीकी गड़बड़ी बताया। उन्होंने कहा कि “सरकारी पोर्टल पर गलती से पुरुष शिक्षक के कॉलम में मातृत्व अवकाश दर्ज हो गया है। इसे जल्द ही सुधार लिया जाएगा।” इस मामले के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई। विभाग अब इस तकनीकी गड़बड़ी को ठीक करने में जुटा है।