बिहार की राजधानी पटना से के बड़ी ही शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। गांव से पटना एम्स अस्पताल में एक नाबालिग लड़की अपनी मां का इलाज करने के लिए आई थी। जिसक दो दिन तक बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। इस घटना को एक ऑटो चालक की मिलीभगत की बात भी सामने आई है।
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दो दिनों तक नाबालिग से गैंगरेप
दरअसल, लड़की के अपनी मां को एम्स में भर्ती कर अकेले अपने गांव नौबतपुर वापस लौट रही थी। ऑटो ड्राइवर ने उसे अकेले देख जानीपुर थाना क्षेत्र के एनएच पर बगहा टोला के पास स्थित संतोष होटल के कुछ बहाना का उतार दिया। वहां पहले से मौजूद चार युवकों ने लड़की को जबरदस्ती कर होटल में ले गए। उनलोगों ने दो दिनों तक लड़की को बंधक बनाकर छह लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इधर लड़की के घर वाले उसकी तलाश शुरू कर दी। दो दिन बाद आरोपियों ने लड़की को छोड़ दिया। घर पहुंचकर उसने अपने परिजनों को सारी बात बताई। जिसके बाद उसके परिजनों जानीपुर थाना में केस दर्ज कराया।
पुलिस की कार्रवाई
लड़की के परिजनों ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई। वहीं नाबालिग लड़की को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भजे दिया गया है। जिसके बाद खुद लड़की ने अपना बयान दर्ज कराया। ये घटना शनिवार की बताई जा रही है। इसे लेकर प्रभारी थानाध्यक्ष टोपो ने जानकारी दी है। मामला दर्ज किए जाने वाले पुलिस तत्काल नाबालिग को लेकर संतोष होटल पहुंची, जहां युवती ने होटल की पहचान करते हुए तीन युवकों की भी पहचान की।
पुलिस ने धीरज नौबतपुर, रमेश और बुची बगहा टोला को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, होटल मालिक फरार हो गया। पुलिस ने तीन युवक को गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ की। पूछताछ के बाद पुलिस आटो चालक की खोज कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस वारदात में होटल संचालक, आटो चालक सभी की मिलीभगत है।