बिहार में जहरीली शराब का कहर थम नहीं रहा है। सारण जिले में जहरीली शराब के चलते हुई मौतों का आंकड़ा अब 70 से पार हो गया है। सारण, सिवान और बेगूसराय में भी शराब के चलते मौतें हुई हैं। विपक्ष के लिए यह बड़ा मुद्दा है तो बिहार की सरकार इस मुद्दे से पल्ला झाड़ती दिख रही है। सीएम Nitish Kumar कह चुके हैं कि पियोगे तो मरोगे। डिप्टी सीएम तेजस्वी भी सीएम के समर्थन में डट कर खड़े हैं। मरने वालों को मुआवजा नहीं देने की घोषणा सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में कर दी है। इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया Chirag पासवान पीड़ित परिवारों का दुःख बांटने पहुंचे।
“कभी बिना मांगे दिया था इस्तीफा, अब अहंकारी नीतीश का नाश निश्चित”
परिजनों से चिराग ने की मुलाकात
जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर सियासी खींचतान जारी है। इसी कड़ी में चिराग पासवान ने पीड़ित परिजनों से मुलाक़ात की। लोगों ने अपना दर्द चिराग को बताया। इसके दौरान लोगों का दर्द सुनकर चिराग भी भावुक हो गए। इसके बाद सीएम नीतीश पर चिराग पासवान जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि 150 से जयादा लोगों की जान गई है जो ह’त्या है। जहर पिलाकर लोगों को मारा गया। इसके दोषी सीएम नीतीश कुमार हैं। शराब के धंधे में पूरी सरकार लिप्त है। चिराग ने सीएम नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए पूछा कि जो पिएगा वो मरेगा और जो पिलाएगा वो मौज करेगा? नीतीश कुमार के ये अहंकार उनको ले डूबेगा।
“जो पिएगा वो मरेगा तो क्या जो पलटी मारेगा वो सरकार चलाएगा?”
FIR करने की मांग
चिराग पासवान ने शराब पीने से हुई मौतों को हत्या बताते हुए सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज करने तक की मांग की है। चिराग पासवान ने कहा, “नीतीश कुमार के खिलाफ प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की जानी चाहिए? मैं उन पर कोई कानून के के उल्लंघन का नहीं बल्कि इन ह’त्याओं का दोषी होने का आरोप लगा रहा हूं।
तेजस्वी के आरोप, बिहार की शराब भाजपा शासित राज्यों की ‘साजिश’