बिहार में सरकारी स्कूलों के नियोजित शिक्षकों का सक्षमता परीक्षा के विरोध में आज मंगलवार 13 फरवरी को विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी दी गई। जिसके बाद हजारों की संख्या में नियोजित शिक्षकों ने बीजेपी कार्यालय का घेराव किया। शिक्षक डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से मिलने की मांग कर रहे थे। इसी दौरान प्रशासन के द्वारा सभी को हटाया जाने लगा, लेकिन शिक्षक उग्र हो गए जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
मिली जानकारी के अनुसार, नियोजित शिक्षक बीजेपी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे।. जिसके बाद शिक्षकों को हटाने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस टीम बुलाई गई। जिसके बाद भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने नियोजित शिक्षकों को पकड़-पकड़कर कार्यालय से बाहर हटाने की कोशिश की। हालांकि जब शिक्षक हटने को तैयार नहीं हुए तो पुलिसकर्मियों ने शिक्षकों पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया।
वहीं इस लाठीचार्ज में महिला और पुरुष सभी शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया गया। इस लाठीचार्ज के बाद बीजेपी कार्यालय के बाहर अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।सभी नियोजित शिक्षक अपनी मांगो को लेकर बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे। बता दें कि बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए 26 फरवरी से सक्षमता परीक्षा शुरू होने वाली है। जिसका भारी विरोध भी देखने को मिल रहा है। नियोजित शिक्षकों में सरकार के इस फैसले से नाराजगी है। शिक्षक इसे सरकार का तुगलकी फरमान कह रहे हैं। बता दें कि सक्षमता परीक्षा को लेकर बिहार में काफी विरोध देखने को मिल रहा है। जिसके बाद शिक्षा विभाग ये नया फरमान जारी किया है।