सुपौल जिले के कोशी पब्लिक स्कूल थरबिटिया मलाढ़ में एक भयावह घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। स्कूल में सोमवार को परोसे गए मिड-डे मील ने कथित तौर पर दर्जन भर से अधिक बच्चों की सेहत पर गंभीर असर डाला है। बच्चों में उल्टी, दस्त और तेज बुखार जैसे लक्षण देखने को मिले हैं, जिससे उनके परिजन और स्थानीय लोग सकते में हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। बच्चों को तत्काल पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हालांकि, स्कूल प्रबंधन का दावा है कि सभी बच्चों की स्थिति स्थिर है और उन्हें जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर मिड-डे मील की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार द्वारा बच्चों के पोषण स्तर को बढ़ाने के लिए शुरू की गई यह महत्वाकांक्षी योजना कई बार विवादों में घिर चुकी है। खराब गुणवत्ता के भोजन, भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोपों ने इस योजना की विश्वसनीयता को प्रभावित किया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। उनका कहना है कि नियमित रूप से खाद्य सामग्री की जांच नहीं की जाती है और सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जाता। इस घटना के बाद माता-पिता में भी दहशत का माहौल है। वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और मांग कर रहे हैं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिए हैं। एक उच्च स्तरीय टीम का गठन किया गया है जो स्कूल का निरीक्षण करेगी और खाद्य सामग्री के सैंपल लेगी। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, यह आश्वासन दिया गया है।
यह घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। सरकार और स्कूल प्रशासन को मिलकर इस समस्या पर ध्यान देना होगा और बच्चों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।