बिहार में सीएम तो नीतीश कुमार हैं लेकिन भावी मुख्यमंत्री के उम्मीदवारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सीएम नीतीश कुमार ने अपनी ओर से तेजस्वी यादव को अगला उम्मीदवार घोषित किया है। तो इसी से नाराज उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश की राजनीतिक यात्रा में ब्रेकर डालने शुरू कर दिए हैं। तो भाजपा हर हाल में नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव को सत्ता से उतार कर अपना नेता बिठाना चाहती है। अभी उपेंद्र कुशवाहा का मामला सुलझा भी नहीं और भाजपा की ख्वाहिश अधूरी ही है कि एक और सीएम उम्मीदवार का नाम सामने आ गया है।
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मांझी चाहते हैं बेटे को सीएम बनाना
दरअसल, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ख्वाहिश जता चुके हैं कि उनके बेटे को भी सीएम बनाया जाना चाहिए। जीतनराम मांझी ने अपने बेटे संतोष सुमन को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है जो नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार में मंत्री हैं। मांझी ने सिर्फ ये मांग नहीं रखी है बल्कि इसके पीछे उन्होंने तर्क भी दिए हैं। उनका कहना है कि संतोष सुमन हर लिहाज से दूसरे नेताओं से ज्यादा लायक हैं और सीएम बनने की सारी काबिलियत उनके अंदर हैं।
तेजस्वी पर भी साध लिया निशाना
वैसे तो जीतन राम मांझी कई बार दूसरे मुद्दों पर महागठबंधन सरकार के लिए मुसीबत खड़ी करते रहते हैं। लेकिन इस बार मामला अलग है। न सिर्फ मांझी ने नीतीश कुमार का नया दावेदार खड़ा कर दिया है। बल्कि लगे हाथ तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा है। मांझी ने जहानाबाद जिले के मखदुमपुर में शनिवार को कोल्ड स्टोरेज के शुभारंभ के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महागठबंधन तो अटूट है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे सर्वमान्य नेता हैं। लेकिन महागठबंधन के आगामी के रूप में संतोष कुमार सुमन सबसे बेहतर विकल्प हो सकते हैं। वे सबसे अधिक पढ़े-लिखे हैं और ईमानदार भी हैं। संतोष सुमन की पढ़ने-लिखने वाली वाली क्वालिटी बताकर मांझी का निशाना तेजस्वी ही हैं। क्योंकि तेजस्वी डिप्टी सीएम तो हैं लेकिन सिर्फ नौवीं कक्षा पास हैं।