अंतिम चरण के चुनाव के बाद देशभर में विभिन्न एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किए हैं। बिहार एग्जिट पोल के भी नतीजे जारी हो गए हैं। अधिकतर एजेंसियों ने बिहार में बीजेपी, जेडीयू, लोजपा रामविलास के एनडीए की भारी जीत का अनुमान लगाया है, वहीं आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के महागठबंधन के दहाई का आंकड़ा छूना भी मुश्किल नजर आ रहा है। एग्जिट पोल जारी होने के बाद राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा का बयान सामने आया है।
‘गरीब घर का बेटा हूं… आज तक लाठी-गोली के बलपर राजनीति नहीं की’
एग्जिट पोल को नहीं मानते मनोज झा
आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा मैंने तमाम एग्जिट पोल को देखा है , सच मानिए मैं और मेरी पूरी पॉलीटिकल पार्टी कभी भी इन एग्जिट पोल को नहीं माना। क्योंकि हमारे पास ऐसे बहुत से उदाहरण है जैसे 2015 , 2020 या यूं कहें तो 2004 के लोकसभा चुनाव, और 2009 तक के लोकसभा चुनाव की बात कर लें। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं एग्जिट पोल विभिन्न चैनल को पीएमओ ( PMO) का इंस्ट्रक्शन है।
4 जून तक पैसे खर्च करने का उत्सव मनाएंगे बीजेपी नेता
वैसे भी इस बार बीजेपी ने बहुत खर्च किया होगा, तो इस बार उस खर्च का यह लोग उत्सव बनाएंगे आगामी 4 जून तक। मैं इस समय तेजस्वी जी के परिवर्तन पत्र कैंपेनिंग का बिहार में हिस्सा रहा हूं । मैंने बहुत करीब से देखा है इस कैंपेन को, जो लहर जमीन के अंदर पैदा की है, लोगों के बीच, महिलाओं के बीच में, नौकरी के सवाल पर , युवाओं के बीच में । जिसकी वजह से यहां दो विकल्प बने हैं , या तो भैंस मंगलसूत्र और मुजरा चलेगा, या फिर रोजगार और आर्थिक सबली करण , और महंगाई पर वार चलेगा । मुझे उम्मीद है कि लोकतंत्र अगर स्वस्थ है बिहार में, 25 से ज्यादा सिटें हम जीतेंगे । मुजरा मंगलसूत्र और भैंस इस देश के लोकतंत्र का इस राज्य के लोकतांत्रिक विमर्श का हिस्सा नहीं हो सकता है।