मुंगेर में हॉस्पिटल का फर्जी लेटर पैड एवं मुहर बनाकर विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लिए जाने का मामला सामने आया है। जिसके बाद इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।
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डॉ. हर्षवर्धन कुमार गोविंदा ने प्राथमिकी करवाई दर्ज
सफियासराय थाना में दर्ज प्राथमिकी में मुंगेर इमरजेंसी हॉस्पिटल सफियाबाद के सीनियर कंसल्टेंट एवं डायरेक्टर डॉ. हर्षवर्धन कुमार गोविंदा ने प्राथमिकी दर्ज करायी है। जिसमें उन्होंने अपने यहां कार्य करने वाले डॉक्टर बिट्टू बाबू उर्फ डॉ बी जोशफ, सहित अन्य सहयोगियों को नामजद किया है। प्राथमिकी में कहा गया है कि इन तीनों ने षड़यंत्र रच कर मुझे धोखा देते हुए मेरे अस्पताल मुंगेर इमरजेंसी एवं जमुई इमरजेंसी हास्पिटल का फर्जी लेटर पैड एवं मुहर बना कर उसका अनुचित लाभ के लिए गलत इस्तेमाल कर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बना कर लोगों को दिया। फर्जी कागजात पर मेरा फर्जी हस्ताक्षर भी है। जिसके बदले उनलोगों से पैसा भी लिया गया है। उन्होंने कहा कि बिट्टू बाबू अपने आप को एक डॉक्टर बताते हुए यह फर्जीबाड़ा कर रहा है। जबकि उनके पास एमबीबीएस की डिग्री भी नहीं है। ये लोग गिरोह बनाकर मॉर्केट में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बेचते हैं। जिसकी मुझे तब जानकारी हुई जब मुझे एक संस्थान जिसका नाम ”” द डॉटाफ्लो ग्रुप ”” से अनुभवन प्रमाण पत्र वेरिफिकेशन के लिए एक ईमेल आया। जो अधिरा केवी के नाम से जारी था। ईमेल में बी जोशफ के साथ ही मेरे ईमेल में आया था। मैंने उक्त कंपनी को भी ईमेल भेजा है कि अनुभव प्रमाण पत्र मेरे संस्थान से जारी नहीं हुआ है।