बिहार के कटिहार में शुक्रवार को पुलिस ने एक फ़र्ज़ी साइबर एसपी को गिरफ़्तार किया, वहीं शनिवार को कटिहार पुलिस ने कटिहार से एक फर्ज़ी प्रशिक्षु डीएसपी को गिरफ़्तार किया है।उसके पास से एक टियागो कार, बिहार पुलिस सर्विस लिखा हुआ आईकार्ड, मोबाइल, बैंक एटीएम और अन्य कागजात बरामद किये गये हैं। गिरफ्तारी डंडखोरा थाना क्षेत्र के भमरैली से हुई है।
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विवादित जमीन का सेटलमेंट करवाता था आरोपी
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए कटिहार सदर एसडीपीओ अभिजीत कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी एक व्यक्ति फर्जी डीएसपी बनकर इलाके में आम जनता पर अपना रौब दिखा रहा है। विवादत जमीन का सेटलमेंट करवा रहा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरु कर दी। शनिवार को वाहन जांच के दौरान एक टियागो कार को जब जाँच के लिये रोका गया तो अंदर एक ड्राइवर और एक पुलिस वर्दी पहना हुआ व्यक्ति बैठा था। उसने खुद को 66वीं बैच का ट्रेनी डीएसपी बताया। जब पुलिस को कुछ शक हुआ तो पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। जांच के दौरान पाया गया कि मामला फर्जी था, जिसके बाद पुलिस ने फर्जी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया।
इस फ़र्ज़ी डीएसपी के पास से कटिहार पुलिस ने ई- कार्ड, पुलिस वर्दी, बिहार पुलिस अकादमी – राजगीर का ट्रैक सूट के साथ तमाम ऐसी चीज़े मिली है जो वाक़ई में यह दर्शाता है कि यह एक प्रशिक्षु डीएसपी है जिसका नाम अख़्तर हुसैन है, आरोपी कटिहार जिला के आज़मनगर का रहने वाला है । कटिहार पुलिस ने इस मामले में बड़ी कारवाई करते हुए प्रशिक्षु डीएसपी और उसके सहयोगी महरूदीन ख़ान को भी गिरफ़्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद से आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है।