सारण में आज यानि शनिवार से प्रारंभ होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा सदर अस्पताल में स्वयं फाइलेरिया से बचाव हेतु दवा खाकर इस अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सिविल सर्जन-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों द्वारा भी फाइलेरिया से बचाव हेतु दवा का सेवन किया गया।
DM ने सभी से दावा लेने का आग्रह किया
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 10 फरवरी से 24 फरवरी के बीच आयोजित किया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा सारण वासियों से अपील की गयी कि सभी लोगों को फाइलेरिया की दवा का सेवन करना चाहिए। केवल दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिला एवं गंभीर रुप से बीमार व्यक्ति को इसकी खुराक नहीं लेनी है। सभी लोग स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की देख रेख में दवा का सेवन करेंगे। इसके दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि फाइलेरिया बीमारी बढ़ने के साथ-साथ शारीरिक अपंगता बढ़ती चली जाती है और दिव्यांगता बढ़ने के साथ ही प्रभावित व्यक्ति कामकाज में पूरी तरह अक्षम हो जाता है। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है कि सभी लोग इस दवा का सेवन निश्चित रूप से करें।
जीविका स्वास्थ्य सहायता केन्द्र का उद्घाटन
जिलाधिकारी के द्वारा सदर अस्पताल में ही आज जीविका स्वास्थ्य सहायता केन्द्र का उद्घाटन भी किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य स्वास्थ विभाग के चिकित्सकों, कर्मियों के साथ बड़ी संख्या में जीविका दीदियाँ उपस्थित थी। जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जीविका परिवार से जुड़े लोंगों के सुलभ ईलाज में सहायता हेतु इस केन्द्र का शुभारंभ किया गया है। इस केन्द्र के माध्यम से जीविका परिवार से जुड़े बीमार व्यक्तियो के उचित ईलाज हेत यह केन्द्र बहुत ही मददगार साबित होगा एवं ससमय उचित ईलाज मिल सकेंगा। इसके साथ ही अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों को भी यह केन्द्र उनके उचित ईलाज हेतु मार्गदर्शन करेगा। इस तरह उन्हें अस्पताल में इधर-उधर भटकना नही पड़ेगा।