पांच दिवसीय बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज यानी की 22 जुलाई सोमवार से शुरू हो रहा है। विधानसभा सत्र में विपक्ष एक बार फिर सरकार को घेरने के लिए तैयार बैठा है। विपक्ष के तेवर सत्र शुरू होने से पहले ही आक्रामक है। विपक्ष की ओर से 20 जुलाई को आक्रोश मार्च निकालकर अपनी मंशा बता दी गई है। कानून व्यवस्था पर सरकार के लिए जवाब देना मुश्किल हो रहा है।
कानून व्यवस्था और पुल के ढहने को लेकर सदन में नीतीश सरकार की मुश्किलें बढ़ाने वाले हैं। सत्र में पहले दिन वित्तीय वर्ष 2024- 25 के लिए प्रथम अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। सत्र में कई अहम राजकीय विधेयक भी लाया जाएगा। हालांकि सरकार भी विपक्ष को जवाब देने के लिए तैयार है। विपक्ष विधि व्यवस्था की स्थिति को अपने लिए मौका मान रहा है। सरकार की तैयारी यह है कि हाल के दिनों की एक बड़ी घटना-पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के हत्यारों को पकड़ लिया गया है।
लोकसभा चुनाव के परिणाम के आधार पर विपक्ष संसद के दोनों सदनों में आक्रामक है। इसी परिणाम के नाम पर विपक्ष की ऐसी ही आक्रामकता राज्य के दोनों सदनों में देखी जा सकती है। लोकसभा चुनाव में राजग 39 सांसदों की संख्या के साथ गया था। वापसी 30 की हुई।
5 दिनों के मानसून सत्र के लिए सरकार ने भी अपनी तैयारी की है। विधानसभा अध्यक्ष ने भी सर्वदलीय बैठक की है। सत्र में कई महत्वपूर्ण राजकीय विधायक भी लाया जाएगा और सदस्यों के प्रश्नों का उत्तर भी होगा बसर्ते की सदन की कार्यवाही सही ढंग से चले, लेकिन विपक्षी दलों के तेवर से साफ लग रहा है कि सदन की कार्यवाही काफी हंगामेदार होगी।