भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के अधिकारी और आरा के पूर्व एसपी राकेश कुमार दूबे को राज्य सरकार से बड़ी राहत मिली है। उन्हें निलंबन मुक्त कर दिया गया है। इस संबंध में बुधवार को गृह विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया। राकेश कुमार दूबे पिछले 34 महीनों से निलंबित थे।
34 महीनों बाद मिली राहत
राकेश कुमार दूबे को 27 जुलाई, 2021 को भोजपुर के एसपी रहते हुए निलंबित किया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने बालू के अवैध खनन और बालू माफियाओं से सांठ-गांठ की थी। गृह विभाग ने अब उन्हें पुलिस मुख्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया है।
केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण के आदेश पर निलंबन समाप्त
केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण के आदेश के बाद राज्य सरकार ने राकेश दूबे को निलंबन से मुक्त किया है।
इओयू ने लगाए थे आरोप
गौरतलब है कि भोजपुर के एसपी रहते हुए राकेश दूबे लगातार अवैध बालू खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे। इसी दौरान आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने उन पर ही अवैध बालू खनन में शामिल होने का आरोप लगाया था। इओयू के आरोपों के बाद उन्हें पहले 60 दिनों के लिए निलंबित किया गया, जिसे बाद में तीन बार 6-6 महीने और एक बार 4 महीने के लिए बढ़ाया गया।
कोर्ट में अपील और न्यायालय का आदेश
राकेश दूबे ने दो साल बाद कोर्ट और केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपील की। कोर्ट ने राज्य सरकार को निलंबन की समीक्षा करने का निर्देश दिया, लेकिन राज्य सरकार ने 12 जनवरी को फिर से 6 महीने के लिए 10 जुलाई तक निलंबित रखने का आदेश जारी किया। इसके खिलाफ राकेश दूबे ने केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण में अपील की।
निलंबन समाप्त, पर विभागीय कार्यवाही जारी
केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण ने 9 फरवरी को राकेश दूबे के निलंबन को समाप्त करने का आदेश दिया, जिसके बाद 22 मई को उनका निलंबन रद्द कर दिया गया। हालांकि, राकेश दूबे के खिलाफ विभागीय कार्यवाही जारी रहेगी।