आरपी सिंह के बाद एक और पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा (Ex IAS Manish Verma) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मिलकर राजनीतिक सफर का आगाज किया। कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने मनीष वर्मा को पार्टी की सदस्यता दिलाई. प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के नेतृत्व में मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रिटायर्ड IAS मनीष कुमार वर्मा ने अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राजनीतिक सफर का आगाज कर दिया है। उन्हें जेडीयू का नया आरसीपी सिंह कहा जा रहा है क्योंकि वो भी सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा से आते हैं और कुर्मी समुदाय से हैं।
JDU का दामन थामते ही मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि पहले मैं नीतीश जी के दिल में था और अब मैं उनके दल में आ गया हूं। यहां मौजूद सभी नेताओं से कुछ न कुछ सीखने का मौका मिला है। साल 2012 में बिहार आया था। 15 अगस्त को गांधी मैदान में मुख्यमंत्री बोल रहे थे कि मैं बिजली में सुधार लाऊंगा, अगर बिजली में सुधार नहीं ला पाया तो मैं बिहार की जनता से वोट मांगने नहीं आऊंगा, तब मैं बहुत इंप्रेस हुआ था।
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इसके साथ ही मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि हमलोग लालटेन युग में पैदा हुए। लालटेन युग में पढ़ाई की। ये बहुत बड़ी बात थी कि कोई नेता इस तरह घोषणा नहीं कर सकता है। इससे मैं काफ़ी प्रभावित हुआ। नीतीश कुमार युगपुरुष हैं। बिहार को किस तरह से कहां से कहां पहुंचा दिया। वे हमेशा सोचते हैं कि बिहार कैसे आगे बढ़ेगा। बिहार का बच्चा कैसे आगे बढ़ेगा। मनीष वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्य से वह ऐसे प्रभावित हुए कि बिहार की सेवा करने का मन बना लिया है।
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा के जदयू में शामिल होने पर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि राजनीति में जो भी व्यक्ति सेवा भाव के लिए आता है हम लोग उनका स्वागत करते हैं। मनीष वर्मा पार्टी में आज शामिल हुए हैं इनका दिल से स्वागत करते हैं। और हम लोग उम्मीद करते हैं कि यह पार्टी को और ज्यादा मजबूत करेंगे। वहीं कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने भी मनीष वर्मा को पार्टी में शामिल होने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों को देखकर मनीष वर्मा राजनीति में आने का निर्णय लिया है हम उनका स्वागत करते हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल या फिर मीडिया के साथ ही जब-जब नीतीश कुमार को कमजोर समझते हैं तब तब नीतीश कुमार सबसे ज्यादा मजबूत होकर उभरते हैं। लोकसभा चुनाव में भी यह बातें कही गई थी कि नीतीश कुमार की पार्टी अब समाप्त हो जाएगी लेकिन सबसे मजबूत पार्टी होकर एक बार फिर से नीतीश कुमार उभरे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार 2010 से भी अधिक सीट विधानसभा में जीतकर जदयू सरकार बनाएगी।
आपको बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने जेडीयू के लिए पर्दे के पीछे रहकर रणनीति तैयार की, जिसका काफी लाभ पार्टी को मिला। दरअसल, मनीष वर्मा को लेकर नीतीश कुमार की तैयारी बड़ी थी। नालंदा तक समेटने के बजाय उन्होंने मनीष वर्मा को पूरे चुनाव की कमान दे दी। वे पूरे बिहार में घूम-घूम कर पार्टी की एक्टिविटी पर नजर रख रहे थे। पर्दे के पीछे के साथ सामने आकर भी वे कार्यकर्ताओं के साथ संवाद भी कर रहे थे। वे लगभग उन तमाम सीटों पर घूमे, जहां पार्टी चुनाव लड़ रही थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं के बीच उन्होंने अपनी स्वीकार्यता भी बना ली। इसी का नतीजा है कि जेडीयू ने लोकसभा चुनाव 2024 में शानदार प्रदर्शन किया है। पार्टी के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब उन्हें पॉलिटिक्स के मेनस्ट्रीम में लाने जा रहे हैं। सियासी पंडितों के मुताबिक उन्हें दूसरा आरसीपी सिंह करार दिया जा रहा है।