पीरबहोर मामले पर आज यानी 10 सितंबर को पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मामले को पोरे विस्तार से बतया है. उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनाव आ रहा है। इस संदर्भ में 1997 में हुए दंगे को ले कर पुलिस छापेमारी कर रही थी। वही पूर्व के छापेमारी में 25 साल से फरार चल रहे आरोपी दो भाईयों में से एक टुल्लू खान को अगस्त में पकड़ा गया था। वही उसका भाई अब भी फरार है। इस विषय में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। लेकिन इस मामले पर पूर्व RJD MLA के बेटे और वार्ड पार्षद 40 के अशवर अहमद ने आरोपी शख्स को जेल से छुड़ाने का दवाब बनाया। इस बीच पुलिस और पार्षद के बीच बहस भी हो गई। और पार्षद ने अभद्र शब्दों का प्रोयोग किया, साथ ही थाना में पुलिसकर्मियों से गाली गलौज भी किया। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
वारदात कैद हुआ CCTV में
मानवजीत सिंह ढिल्लों एन बताया कि थाना में अशवर अहमद द्वारा हुए हंगामे का रिकॉर्ड सीसीटीवी में है। उन्होंने कहा कि एसडीपीओ के साथ भी बहस हुई, थाना का घेराव करने का धमकी दी गई और रोड़ जाम भी किया और पुलिस को धमकाया भी गया। इस मामले में दो एफआईआर दर्ज किया गया है। उन्होंने ने बताया कि अशवर के पिता भी थाना पहुंचे लेकिन उन्हें सारी बाते मालूम नहीं थी। उन्होंने हंगामा भी नहीं किया था। SSP के मुताबिक पार्षद पर IPC धारा 353 के तहत गिरफ्तार किया गया है। जिसके मुताबिक उन्हें दो साल की सजा, जुर्माना या दोनों सजाओं के भागेदारी हो सकते है। हालांकि इस पूरे मामले में दो एफआईआर दर्ज हुआ है।
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