पटना: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वैशाली शहरी विकास सहकारी बैंक में 85 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले की जांच के दौरान बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने बैंक के तत्कालीन सीईओ विपिन तिवारी, उनके ससुर राम बाबू शांडिल्य, नितिन मेहरा और संदीप सिंह को गिरफ्तार किया है।
ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि इन आरोपियों ने लगभग 400 फर्जी ऋण खातों के माध्यम से ऋण वितरित करके और सार्वजनिक धन की हेराफेरी करके एक बड़े वित्तीय घोटाले को अंजाम दिया। इस धोखाधड़ी में आरजेडी सदस्य और पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता से जुड़े होने के संकेत भी मिले हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ईडी की टीम इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है ताकि घोटाले में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके।