कटिहार के कोढ़ा में 16 मई को एक सनसनीखेज घटना सामने आई। डेढ़ साल के मासूम बच्चे को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास से चोरी कर लिया गया। हालांकि, कोढ़ा पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इस मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस ने बच्चा चोरी करने वाली गिरोह की तीन महिलाओं और उनसे बच्चा खरीदने वाली एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, चोरी हुए बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया गया है।
क्या हुआ था 16 मई को?
16 मई को कोढ़ा थाने को सूचना मिली कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास से कुछ महिलाओं ने मिलकर डेढ़ साल के बच्चे को एक लाख रुपये में बेच दिया है। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच शुरू कर दी।
जांच में हुआ खुलासा:
जांच के दौरान पता चला कि खेरिया पंचायत के बिलटिकरी गांव की रहने वाली बेबी खातून अपने दो बच्चों के साथ आधार कार्ड बनवाने के लिए कोढ़ा आई थीं। इसी दौरान उनका डेढ़ साल का बेटा लाइन में लगने के दौरान गायब हो गया। छानबीन में सामने आया कि सोहागी खातून और मनवारा खातून ने मिलकर जरीना खातून को डेढ़ साल के बच्चे को एक लाख रुपये में बेच दिया था। बाद में जरीना खातून ने इस बच्चे को प्रभावती देवी को बेच दिया।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी चारों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, चोरी हुए बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया गया।
एसडीपीओ ने की सराहना और अपील:
इस मामले का खुलासा करने वाली कोढ़ा थाना पुलिस टीम की सराहना करते हुए सदर एसडीपीओ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामले में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने आम जनता से अपील की है कि अगर वे बच्चों को अपने साथ कहीं ले जाएं तो उन पर हमेशा नजर रखें।
आरोपियों के बयान:
बच्चा खरीदने वाली प्रभावती देवी का कहना है कि उनके दो बेटियां हैं और बेटे न होने का दुख हमेशा रहता था। इसीलिए उन्होंने आसपास की महिलाओं से बच्चा गोद लेने की बात कही थी। उन्होंने यह नहीं सोचा था कि बच्चा खरीदना गैरकानूनी है।
वहीं, बच्चा चोरी करने वाली सोहागी खातून और मनवारा खातून बेबी खातून की फूफी लगती हैं। पुलिस का कहना है कि उन्होंने पैसे के लालच में अपनी ही भतीजी के बेटे को चोरी कर बेच दिया।