राजधानी पटना में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट कर पटना विश्वविद्यालय की सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर से लगभग 3 करोड़ रुपये की ठगी कर ली है। साइबर ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी का भय दिखाकर महिला प्रोफेसर से करोड़ों रुपये ऑनलाइन अपने बैंक खाते में मंगवा लिया। इस संबंध में महिला ने साइबर थाने में FIR कर दिया है।
‘भाजपा के पास झारखंड में बांटने और काटने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं’
महिला ने बताया कि उसे डिजिटल हाउस अरेस्ट भी किया गया। यह ठगी रिटायर्ड प्रोफेसर ज्योति वर्मा से की गई है । 9939618917 से कॉल करके ठगी की गई है। इसके अलावा 7259134197 नंबर से सीबीआई का अधिकारी बनकर फ्रॉड किया गया। मनी लांड्रिंग का आरोप लगाकर ठगी किया गया है। ठगी करने वाले ने महिला को हाउस अरेस्ट किया और खुद को विभागीय कर्मी बताया था। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, सीबीआई और स्थानीय थाना का फर्जी दस्तावेज दिखाकर डरा धमका करोड़ों रुपये ठग लिए।
बिहार में फिर अटक गई शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग… पटना हाईकोर्ट ने लगाई रोक
घटना पटना के साइबर थाना क्षेत्र की है। पटना विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त महिला प्रोफेसर पटना में अकेली रहती हैं, जबकि उनके बेटे और उनका परिवार दिल्ली में रहता है। कुछ दिन पहले महिला प्रोफेसर के पास एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को CBI अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ है। यह सुनकर महिला प्रोफेसर घबरा गईं। कुछ देर बाद उनके पास एक वीडियो कॉल भी आई जिसमें कॉल करने वाला पुलिस की वर्दी में था।