पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के नतीजों के बाद बिहार की सियासी पार्टियों के नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। बता दें कि पहली बार छात्र जदयू के उम्मीदवारों ने सेंट्रल पैनल की पांच में से 4 पदों पर जीत दर्ज की है। इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर छात्र जदयू ने जीत दर्ज की है। इसकी खुशी जेडीयू नेताओं में साफ देखने को मिल रही है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी आज अपनी प्रतिक्रिया दी। जिसमें वो काफी गदगद दिख रहे थे। जीते हुए उम्मीदवारों को बढ़ाई देने के बहाने उन्होंने एक बार फिर केंद्र की बीजेपी सरकार को आईना दिखाया।
नए आवास को लेकर फूटा पूर्व डिप्टी CM रेणु देवी का गुस्सा, बिहार सरकार पर लगाया बड़ा आरोप
बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना
सेंट्रल पैनल की पांच में से 4 पदों पर छात्र जेडीयू की जीत हुई है। वहीं एक सीट पर बीजेपी के छात्र संघ ABVP के प्रत्याशी ने जीता हासिल की है। मतलब छात्र संघ के चुनाव के बहाने ही सही पर यहाँ जेडीयू,बीजेपी को पटखनी देने में कामयाब रही। इस मौके को भुनाते हुए ललन सिंह ने केंद्र सरकार को रोजगार के मुद्दे पर एक बार फिर से घेरा। उन्होंने कह कि इस चुनाव के नतीजों से ये साफ हो गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार युवाओं के बीच काफी पॉपुलर हैं।चूँकि बिहार में रोजगार सृजन हो रहा है जिससे नौजवानों छात्रों के बीच सरकार अच्छी छवि बनी है।
वहीं ABVP के एक प्रत्याशी को छोड़ कर सबको हार का सामना करना पड़ा है। जो साफ दर्शाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बेरोजगारी दूर करने के 2 करोड़ रोजगार देने का जो वादा किया था वो पूरा नहीं हुआ है। ना ही रोजगार सृजन के लिए केंद्र सरकार के तरफ से कोई काम किया गया है। हर सेक्टर में निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है और रोजगार घट रहे हैं। जिसका परिणाम छात्र संघ चुनाव में बीजेपी के छात्र संघ ABVP को भुगतना पड़ा है।