बिहार के औरंगाबाद में साइबर थाना पुलिस ने एक साहसिक अभियान में साइबर अपराधियों के एक कुख्यात गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस अभियान में 5 इंजीनियरिंग छात्रों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।
18 मई को, औरंगाबाद शहर के रहने वाले सहादत हुसैन ने औरंगाबाद साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि पोकलेन मशीन खरीदने के नाम पर उनके साथ ₹15 लाख की धोखाधड़ी की गई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, साइबर थाना पुलिस अधीक्षक डॉ. अनु कुमारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी और मानवीय अनुसंधान के माध्यम से विभिन्न खातों की जांच की और मोबाइल नंबरों के एसडीआर, सीडीआर, स्मार्ट रिपोर्ट, टावर लोकेशन, बैंक लेनदेन, जेम्स पोर्टल आदि का विश्लेषण किया।
जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि आरोपी विभिन्न राज्यों में लोगों से पोकलेन मशीन बेचने के नाम पर ठगी करते थे। वे लोगों से मशीन के लिए पैसे एडवांस में ले लेते थे और फिर मशीन डिलीवर नहीं करते थे।
तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूचनाओं के आधार पर, पुलिस टीम ने पटना में छापेमारी की और 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। पुलिस पूछताछ कर रही है और जल्द ही उनकी पहचान और आपराधिक इतिहास का खुलासा करेगी। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 6 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, 10 पासबुक और ₹48,611 नकद बरामद किए गए हैं।