पिछले दिनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की सबसे लंबी रिवर क्रूज को हरी झंडी दिखाई है। नरेंद्र मोदी ने इस क्रूज का उद्घाटन काशी से किया। गंगा विलास क्रूज दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा पर रवाना हो चुकी है। वही अब इस क्रूज का आगमन बिहार में भी हो गया है. क्रूज का रूट बिहार में भी है। कुल 51 दिनों के यात्रा में गंगा विलास देश की 3200 किलोमीटर की सैर करने निकली है।
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सारण में आगमन
अनेकों पर्यटन स्थल हैं, जिन्हें सैलानी देखेंगे। यह यात्रा मूल रूप से भारत को जानने की यात्रा है। यह यात्रा प्रधानमंत्री के वसुधैव कुटुंबकम के सपने को साकार करने वाली यात्रा है, जिसका मूल ध्येय वाक्य – one earth, one family, one future है. उन्होंने कहा कि रिवर क्रूज टूरिज्म से आने वाले दिनों में बिहार में हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगेविदेशी सैलानियों को लेकर बनारस से चला गंगा विलास क्रूज सारण जिला के पौराणिक महत्व के स्थल चिरांद पहुंचा। क्रूज पर 31 सैलानी सवार हैं।
सारण पहुंचते ही सैलानियों का गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया गया। सारण जिला के सदर प्रखंड के डोरीगंज गंगा नदी घाट पर क्रूज के आने के बाद सैलानियों को एक छोटे पानी के जहाज से सैलानियों को घाट पर लाया गया जहां से सभी को चिरांद के पौराणिक महत्व की चीजों का अवलोकन करने म्यूजियम में गए। उनके सवागत के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी और पदाधिकारी मौजूद रहे।
बिहार में इन स्थलों पर पर्यटकों का आगमन
इस क्रूज के उद्घाटन के दौरान बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव भी वर्चुअली मौजूद थे। उन्होंने बताया है कि गंगा विलास क्रूज बिहार के 6 स्थलों बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव में रुकेगा। क्रूज के बिहार से गुजरने पर पर्यटकों का संस्कृति और इतिहास से परिचय होगा। यात्रा को आसान बनाने के लिए जिलों में नोडल अधिकारी बनाए गए हैं।
बिहार में भी क्रूज का होगा आगमन
तेजस्वी ने बताया है कि गंगा विलास क्रूज बिहार के 6 स्थलों बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव में रुकेगा। क्रूज के बिहार से गुजरने पर पर्यटकों का संस्कृति और इतिहास से परिचय होगा। यात्रा को आसान बनाने के लिए जिलों में नोडल अधिकारी बनाए गए हैं।