मुंगेर नोट्रे डेम एकेडमी स्कूल में गैस के रिसाव से दो दर्जन से अधिक बच्चियों की तबीयत खराब हो गयी। जी मचलने से लेकर बैचेनी , उलटी और बेहोश होने की समस्या उनके साथ हो रही है। स्कूल की सूचना पर पहुंचे परिजनों में अपने बच्चियों से मिलने की बेचैनी साफ़ देखी जा सकती थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधन के द्वारा उनके बच्चो के बारे में सही जानकारी नहीं दी जा रही थी। सूचना मिलते हीं पुलिस की टीम मौके पर पहुच गयी और मामले की जांच में लग गयी, साथ हीं एम्बुलेंस बुलाकर सभी बच्चियों को भर्ती कराया गया है जहाँ चिकित्सकों ने फिलहाल बच्चियों को खतरे से बाहर बताया है।
दरअसल मुंगेर शहर के पिपलपांती रोड स्थित नोट्रे डेम एकेडमी स्कूल में किसी प्रकार का गैस का रिसाव हो गया जिससे स्कूल में पढ़ने वाले 1 से लेकर 5 क्लास तक के बच्चों को सांस लेने में परेशानी के साथ साथ उल्टी,मितली और बैचेनी के साथ बेहोशी की शिकायत होने लगी। देखते देखते लगभग दो दर्जन से ज्यादा बच्चियों की तबियत खराब होने लगी, जिससे स्कूल में अफरा तफरी का माहौल हो गया । बच्चे इधर उधर भागने लगे। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन भी काफी हड़बड़ाहट में आ गया । और बच्चों के परिजनों को फोन कर इसकी सूचना देने लगे। फलस्वरूप अपने बच्चो को देखने केलिए स्कूल में सैकड़ों की संख्या में परिजन पहुंचने लगे। स्थानीय प्रशासन को जब इस बात की सूचना दी गई तो मौके पर पहुंची कोतवाली थाना सहित अन्य थाना की पुलिस टीम ने काफी जद्दोजहद के बाद स्थिति पर काबू पाया। फिर तबियत खराब बच्चों को थाना की गाड़ी सहित एंबुलेंस से सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सीएस के नेतृत्व में सभी बच्चों का इलाज चल रहा। वहीं परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उनके बच्चों के विषय में स्कूल प्रबंधन द्वारा सही जानकारी नहीं दी गयी। बीमार बच्चियों के भर्ती होते हीं सभी परिजनों ने अस्पताल की ओर रुख किया।
गैस लीक मामले के सन्दर्भ में जब बच्चियों से बात की गयी तो उन्होंने भी बताया की कोई गैस लीक हुआ था और उसकी तेज़ बदबू से उनकी तबियत भी खराब होने लगी।गकोई गैस लीक हुई या कीटनाशक के छिड़काव से उससे निकले गैस का प्रभाव था,इसकी पूर्ण जानकारी तो फिलहाल उपलब्ध नहीं है। वहीं इस मामले में कोतवाली थानाध्यक्ष डीके पाण्डे ने बताया कि जानकारी मिलते ही वे स्कूल पहुंचे, जहां से बच्चों को अस्पताल पहुंचाया । साथ ही बताया कि स्कूल प्रबंधन ने जानकारी दी की स्कूल कैंपस में कीटनाशक का छिड़काव किया गया था, जो हार्ड हो गया और जिस वजह से बच्चों की तबियत खराब होने लगी। पर अब सभी बच्चो की स्थिति खतरे से बाहर है और कई बच्चे अस्पताल से घर भी जा चुके है। वहीं बच्चो का इलाज कर रहे सदर अस्पताल के सीएस पीएम सहाय ने बताया की सभी बच्चो की स्थिति अभी स्थिर है । स्कूल में कीटनाशक का छिड़काव किया गया था, जिससे निकलने वाले गैस की वजह से कई बच्चियों की स्थिति खराब हो गई थी, पर अब सभी की स्थिति खतरे से बाहर है । मालूम हो की नोट्रे डेम एकेडमी शहर के नामचीन विद्यालयों में से एक है। स्कूल टाइम में कीटनाशक का छिड़काव करना कहीं न कहीं स्कूल प्रबंधन पर एक सवालिया निशान पैदा करता है ।