बिहार की राजनीति में विवादित बयानों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। खास कर सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा विवादित बयानों की झड़ी सी लगी हुई है। कई मंत्रियों के बयान को लेकर पहले ही विवाद काफी बढ़ा हुआ है। इन सब के बीच समय-समय पर जदयू नेता और पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में बने रहते हैं। हालांकि उनके बयानों पर खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नोटिस लेने से इनकार कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी गुलाम रसूल बलियावी मानने को तैयार नहीं है। एक बार फिर से उन्होंने विवादित बयान दिया है।
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‘होश में रहे उलेमा वरना लाश को नहीं मिलेगा कफ़न’
जेडीयू के पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने कटिहार में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोग बुलडोजर लेकर पागलों की तरह हमारी मस्जिदों को तलाश रहे हैं। मस्जिद के लिए हमारे बाप-दादा ने जमीन दी है। मस्जिद हुकूमत के पैसे से नहीं बल्कि जकात के पैसों से बनवाई गई है। आज जो भी इमारतें बनी है सब हमलोगों ने मिलकर तैयार की है। लेकिन अब सत्ता वाले आवारा और पागल की तरह बुलडोजर लेकर हमारे मस्जिद की तलाश कर रहे हैं। हमारे कागजों को खोजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उलेमाओं को होश में रहने की जरुरत है, नहीं तो लाशों को कफ़न डालने वाला कोई नहीं बचेगा।
पहले दिया है विवादित बयान
बता दें कि इससे पहले भी गुलाम रसूल बलियावी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा था कि यदि प्रधानमंत्री मोदी को पाकिस्तान से डर लगता है तो उन्हें सैनिक में 30% मुस्लिम को जगह देनी चाहिए। यदि ऐसा हो जाए तो पाकिस्तान की हिम्मत नहीं होगी कि वो भारत को आंख दिखाए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर भारत को आँख दिखा रहा था तब कोई नागपुर का बाबा जवाब देने नहीं आया। बल्कि एक मुसलान का ही बेटा सामने आया जिसने मिसाइल बनाया, जिसका नाम एपीजे अब्दुल कलाम था। उनके इस बयान पर जमकर विवाद हुआ था।