भीषण गर्मी से आम जन जीवन त्रस्त है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सख्त आदेश के बाद स्कूल तो बंद हो गए लेकिन शिक्षकों को अब भी विद्यालय जाना पड़ रहा है। इसको लेकर एक ओर जहां शिक्षकों में आक्रोश है तो वहीं राजनेता भी इस पर आवाज़ उठा रहे हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने सबसे पहले स्कूल बंद करने को लेकर सीएम नीतीश कुमार से अपील की थी, उसके बाद लोजपा आर नेता चीयरग पासवान ने भी स्कूल बंद करने को लेकर एक्स पर पोस्ट किया था। अब भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी शिक्षा विभाग पर भड़क गए हैं।
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दरअसल, बिहार के स्कूली शिक्षकों का पक्ष रखते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि जब स्कूल बंद है तो फिर शिक्षा विभाग शिक्षकों को स्कूल क्यों बुला रहा है। उन्होंने विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) केके पाठक पर हमला बोलते हुए कहा कि शिक्षा विभाग को रोबोट की तरह चला रहा है। स्कूल बंद रहने पर भी शिक्षकों को स्कूल में बैठाया जा रहा है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद भीषण गर्मी के चलते बिहार के स्कूलों में 8 जून तक बच्चों की छुट्टी कर दी गई है। लेकिन फिर भी शिक्षकों को स्कूल बुलया जा रहा है।
इसके अलावा गिरिराज सिंह ने दक्षता परीक्षा पर भी सवाल उठाया है। गिरिराज सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि शिक्षा विभाग में कोई व्यक्ति नहीं है, जिसमें संवेदना हो। तुगलकी कानून चलाया जा रहा है। इससे राज्य सरकार की छवि को नुकसान हो रहा है। स्कूल शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए ली जानेवाली दक्षता परीक्षा पर कहा कि अगर परीक्षा लेनी है तो आईएएस अफसरों की ली जाए. 16-17 साल काम कराने के बाद शिक्षकों की परीक्षा क्यों ली जा रही है।