कटिहार में दर्जनभर आदिवासी महिलाओं ने अपनी जमीन पर दबंगों के कब्जे और प्रशासन की उदासीनता के विरोध में सामूहिक आत्मदाह का प्रयास किया। महिलाओं का आरोप है कि दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और जबरन उन्हें बेदखल करने का प्रयास किया।
सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और महिलाओं को शांत कराया। प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।
यह घटना जमीन विवाद से उत्पन्न हुई है। आदिवासी महिलाओं का दावा है कि यह जमीन उनके पूर्वजों की है और दबंग लोग इसे हड़पना चाहते हैं। महिलाओं का आरोप है कि उन्होंने कई बार पुलिस और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस घटना से आदिवासी समुदाय के उत्पीड़न और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठते हैं। सरकार को दबंगों के खिलाफ कड़े कानून बनाना चाहिए और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।
इस घटना के बारे में अधिक जानकारी:
- जमीन विवाद: आदिवासी महिलाओं का दावा है कि उनकी जमीन उनके पूर्वजों की है और दबंग लोग इसे हड़पना चाहते हैं। यह जमीन विवाद कई वर्षों से चल रहा है और महिलाओं ने कई बार प्रशासन से शिकायत की है।
- दबंगों का उत्पीड़न: महिलाओं का आरोप है कि दबंग लोग उनके साथ मारपीट करते हैं, धमकी देते हैं और उनके घरों में घुसकर उन्हें परेशान करते हैं। महिलाओं ने कहा कि वे इस तरह के उत्पीड़न से तंग आ चुकी थीं और उनके पास कोई और विकल्प नहीं था।
- प्रशासन की उदासीनता: महिलाओं का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन ने उनकी शिकायतों को अनदेखा कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
- सामूहिक आत्मदाह का प्रयास: महिलाओं ने आत्मदाह का यह край उपाय अपनाया क्योंकि उन्हें लगा कि उन्हें न्याय नहीं मिलेगा। वे अपनी जान देने के लिए तैयार थीं ताकि उनके अधिकारों के लिए लड़ सकें।
- प्रशासन का हस्तक्षेप: घटना के बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और महिलाओं को शांत कराया। प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।