बिहार में दो सीटों पर हुए उपचुनाव में सत्ता पक्ष के लिए मुख्य रूप से चुनौती गोपालगंज की सीट है। वैसे तो इस सीट पर 17 साल से भाजपा का कब्जा है लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपनी सरकार होते हुए यहां एक बार जीतना जरुर चाहेंगे। तीन नवंबर को वोटिंग से पहले यहां हर उम्मीदवार ने अपने अपने हिसाब से चुनाव प्रचार में जुट गया है। पार्टी स्तर पर देखें तो सीधी लड़ाई भाजपा की कुसुम देवी और राजद के मोहन गुप्ता में है। लेकिन बसपा से पूर्व सांसद साधु यादव की पत्नी इंदिरा देवी ने त्रिकोण बना दिया है। वैसे इस मुकाबले में चौथा कोण जोड़ने की कोशिश AIMIM के अब्दुल सलाम मुखिया कर रहे हैं। लेकिन माहौल बता रहा है कि मुख्य लड़ाई में भाजपा, राजद और बसपा ही है। भाजपा की उम्मीदवार को सहानुभूति की लहर की अपेक्षा है। तो राजद उम्मीदवार ने तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए 600 करोड़ के पैकेज को मुख्य मुद्दा बनाया है। वहीं बसपा की उम्मीदवार पहले चुनाव लड़ चुके अपने और अपने पति के अनुभवों के लाभ को आधार बना रही हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि गोपालगंज की जनता इन तीनों में से किस पर अपना विश्वास दिखाती है। यह सबकुछ जानिए इस वीडियो में…
मोकामा में हसरत न रह जाए अधूरी, गोपालगंज इसलिए है जरुरी