सोशल जस्टिस आर्मी के बैनर तले पटना के आई.एम.ए. हॉल में छात्र-युवाओं के मुद्दों पर छात्र-युवा आंदोलन खड़ा करने और नये बिहार के लिए दावेदारी को बुलंद करने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए छात्र-युवा कार्यकर्ताओं का संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ। संवाद की शुरुआत करते हुए गौतम आनंद ने कहा कि गरीबी और पिछड़ेपन के दुष्चक्र में फंसे बिहार में छात्र-युवाओं का भविष्य अंधकारमय है। बिहार की संपूर्ण सरकारी शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त है।
विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक अराजकता, भ्रष्टाचार और प्रशासन की तानाशाही चरम पर है। बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। शिक्षा के नाम पर जैसे-तैसे केवल डिग्रियां मिल रही है। बिहार के छात्र-युवा शैक्षणिक बदहाली और बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के छात्र-युवाओं को बेहतर भविष्य और नये बिहार की लड़ाई लड़ने की चुनौती कबूल करनी होगी।
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इस मौके पर बिहार के विभिन्न हिस्सों आए छात्र-युवाओं ने नई शिक्षा नीति-2020 के कुप्रभावों और बढ़ती फीस वृद्धि के साथ विश्वविद्यालयों में आरएसएस के एजेंडा को लागू करने पर भी चर्चा की। छात्र-युवाओं ने कहा कि बहुजन छात्रों को आज भी शिक्षा हासिल करने में भेदभाव का शिकार होना पड़ता है तो दूसरी तरफ सरकारी शिक्षा व्यवस्था के ध्वस्त होने और नई शिक्षा नीति की मार उनके हिस्से ही आ रही है। छात्र-युवाओं ने बेरोजगारी की बढ़ती मार और प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियों व धांधलियों पर भी चर्चा की।
छात्र-युवाओं के इस संवाद कार्यक्रम से यह तय हुआ कि प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा की बदहाली को खत्म करने, कॉमन स्कूल सिस्टम आयोग की सिफारिशों को संपूर्णता में लागू करने, नई शिक्षा नीति को बिहार में लागू करने पर रोक लगाने, सभी सरकारी रिक्तियों को अविलंब भरने, तमाम विभागों में समुचित कार्यबल की गारंटी के लिए नये पद सृजित करने सहित बेरोजगारी के सवाल को हल करने के लिए कृषि विकास और कृषि आधारित उद्योग के विकास जैसे मुद्दों को लेकर छात्र-युवाओं की गोलबंदी और संघर्ष तेज किया जाएगा।
छात्र-युवाओं की गोलबंदी के अभियान में बिहार में बढ़ाकर किए गये 65 प्रतिशत आरक्षण को 9वीं अनुसूची में डालकर लागू होने की गारंटी करने के साथ निजी क्षेत्र में आरक्षण के मुद्दे को भी उठाया जाएगा। संवाद कार्यक्रम में यह सहमति बनी कि बिहार के छात्र-युवाओं को शिक्षा-रोजगार की लड़ाई को नये बिहार के निर्माण की लड़ाई से जोड़ना होगा। सर्वसम्मत्ति से यह तय हुआ कि राज्यव्यापी अभियान चलाते हुए मार्च 2025 के पहले सप्ताह में पटना में छात्र-युवाओं का राज्यस्तरीय विशाल जुटान होगा।
संवाद कार्यक्रम में चर्चित बुद्धिजीवी डॉ.रामाशंकर आर्या ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन शाश्वत शेखर और पिंटू ने किया। विचार साझा करने वाले अन्य छात्र-युवा कार्यकर्ताओं में प्रमुख हैं- देवशंकर,कुंदन, आर्यन, अमीर, सौरव पासवान, सूरज चौरसिया, आकाश, रंजन, निखिल, भास्कर, धर्मवीर, रमेश, अभिषेक, अनिल, राहुल, शेखर, गगन, मनीष, रौशन, सत्यम, नितिन, शंभू सहित सैकड़ों छात्र युवा शामिल थे।