15 फरवरी 2024 को बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने BEA (बिहार उद्यमी संघ) के प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात कर बिहार के औद्योगिक पृष्ठभूमि पर चर्चा की। साथ ही 21 मार्च 2024 को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित होने वाले 11वें बिहार उद्यमिता सम्मलेन में राज्यपाल ने मुख्य अतिथि के रूप में आने के उनके न्योते को भी स्वीकार किया। बिहार के राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल से बिहार औद्योगिक पृष्ठभूमि के ऊपर चर्चा तो की ही, साथ ही BEA द्वारा ग्रामीण स्तर पर किए गए औद्योगिक विकास की खूब सराहना भी की। BEA द्वारा किए गए विभिन्न उत्कृष्ट कार्यों जैसे स्टार्टअप यात्रा, कृषि संवाद, डिजिटल कृषि संवाद, बिहार उद्यमिता सम्मलेन आदि के बारे में तथा इससे ग्रामीण या पिछड़े वर्गों पर क्या असर पडा और इन सब को एसोसिएशन द्वारा कैसे आगे बढाया जा रहा है, इन सब के बारे में राज्यपाल को अवगत कराया गया। इसके अलावा BEA ने आर्लेकर से ये भी बताया की BEA के तीन स्टार्टअप ट्रैवलबेटस, सिटिस्केप और ग्रीन ग्रीन सपपलाई को भारत सरकार के एलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के चालीस लाख के स्केलअप फन्डिंग में चयन हुआ है। इस एक वर्ष में बिहार उद्यमी संघ ने अब तक दस हजार लोगों के संपर्क में आकर उनको अपनी कार्यशाला के द्वारा लाभान्वित किया, और साथ ही साथ अब तक बीईए के द्वारा डेढ़ लाख लोगों को रोजगार कैसे सृजन करे उसकी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर BEA प्रतिनिधिमंडल से अध्यक्ष पंकज सिंह, BEA महिला विंग अध्यक्ष सुभद्रा सिंह और कोषाध्यक्ष अंकित अभिषेक ने राज्यपाल को बताया कि हर वर्ष इसमे लगभग 1500 के करीब डेलएगेट्स आते हैं, जिसमे न की बिहार या देश बल्कि विदेशों से भी गणमान्य उपस्थित रहे है। इन दस वर्षों में बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के ओएसडी, अमेरिकी कॉनसुल जनरल, वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ, विदेशी राजदूत, केंद्र एवं बिहार सरकार के सचिव, नीति आयोग के सदस्य, इत्यादि शामिल हो चुके हैं । इसके अलावा अंत में BEA ने बताया कि दसवें बिहार उद्यमिता सम्मेलन में भारत सरकार के दो मंत्रालयों के द्वारा एक करोड़ सत्तर लाख का चेक देश के ग्यारह स्टार्टअप्स को दिया गया, और इस वर्ष के ग्यारहवें बिहार उद्यमिता सम्मेलन में भी बारह स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता विभिन्न स्कीम के द्वारा प्रदान की जाएगी। अमेरिकी राजदूत और अमेरिकी जनरल कोंसुल ने भी BEA का भ्रमण कर उन्हें मार्गदर्शन देने के साथ उनकी सराहना भी की।
बीईए ने राज्यपाल को बताया कि कैसे एक संस्थान जो आज से बारह वर्ष पहले बिना किसी ऑफिस के शुरू हुआ उसका आज अपना उद्यमी भवन जो कि देश के युवाओं, महिलाओं, किसानों एवं उद्यमियों को समर्पित है वो बन कर तैयार हुआ है । उद्यमी भवन जो की सदस्यों के सहयोग से बना हुआ है उसमे स्टार्टअप हॉस्टल, विश्व स्तर के प्रयोगशाला, को-वर्किंग एरिया से सुसज्जित है, वो आज बिहार के विकास में एक नया अध्याय लिखेगा। स्टार्टअप हॉस्टल मे देश के कोने कोने से आए युवाओं, महिलाओं, किसानों एवं उद्यमियों के लिए रहने एवं खाने की व्यवस्था भी होती है।